मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा करते हुए राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को उन्होंने होमगार्ड मुख्यालय स्थित स्टेट कमांड सेंटर पहुंचकर सभी प्रभावित जिलों की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जन-जीवन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सीएम (MP) ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तत्परता से चलाएं जाएं, किसी भी संसाधन की कमी न हो और हर जरूरतमंद को तत्काल राहत मिले। अब तक 2900 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, और सभी जिलों में रेस्क्यू कार्य पूरी क्षमता से जारी हैं।
राहत कार्यों की CM ने की सीधी निगरानी
मुख्यमंत्री (MP) ने राज्यभर में चल रहे राहत कार्यों का लाइव मॉनिटरिंग किया और प्रभावित इलाकों से फीडबैक लिया। उन्होंने जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस और बचाव दलों से बात कर यह सुनिश्चित किया कि बाढ़ से प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है या नहीं। सीएम ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट भी किया जाएगा।
उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से भी सीधे संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनके नुकसान की भरपाई करेगी। चाहे मकान, फसल, सामान या मवेशियों की हानि हो – सभी को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
हेल्पर्स को मिलेगा सम्मान और पुरस्कार

मुख्यमंत्री (MP) ने ऐलान किया कि बाढ़ के दौरान बहादुरी और सेवा करने वाले नागरिकों को 15 अगस्त सहित अन्य अवसरों पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को ऐसे मददगारों की सूची बनाने के निर्देश भी दिए।
जिलों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश
CM ने ग्वालियर, भोपाल, सागर और नर्मदापुरम संभाग (MP) के जिलों जैसे गुना, शिवपुरी, रायसेन, दमोह, छतरपुर आदि में स्थिति की विशेष समीक्षा की। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, आगामी 24 घंटों में कई जिलों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। CM ने कलेक्टर्स को स्कूलों की छुट्टियों जैसे जरूरी निर्णय तुरंत लेने को भी कहा, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।
CM की जनता से अपील – सावधान रहें, सतर्क रहें
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों से भी अपील की कि वे नदी-नालों या तेज बहाव वाले इलाकों में न जाएं, पुल-पुलियों पर आवागमन से बचें और बारिश के दौरान खुले बिजली के तारों से दूर रहें। उन्होंने कहा कि कच्चे मकानों में रह रहे लोग विशेष सावधानी बरतें।
हर स्तर पर एक्टिव कंट्रोल रूम और निगरानी तंत्र
राज्य (MP) और जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष लगातार सक्रिय हैं। प्रशासन, सेना, पुलिस और स्वयंसेवी संगठनों के बीच समन्वय बनाकर हर जिले में तैयारियां की जा रही हैं। CM ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन, पानी, दवा, वस्त्र और आवास की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।