कोलकाता पुलिस ने शहर के एक विधि कॉलेज में छात्रा के साथ उसके वरिष्ठों द्वारा कथित सामूहिक बलात्कार की जांच के लिए शनिवार को पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पांच सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व सहायक आयुक्त स्तर के एक अधिकारी करेंगे। अधिकारी ने कहा, “कथित अपराध की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की गई है। यह तुरंत अपनी जांच शुरू करेगी।”दक्षिण कलकत्ता विधि महाविद्यालय की 24 वर्षीय छात्रा के साथ 25 जून को गार्ड रूम में संस्थान के एक पूर्व छात्र सहित तीन लोगों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया। उसकी शिकायत के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, प्रोमित मुखर्जी और जैद अहमद को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह कॉलेज के गार्ड को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
कॉलेज परिसर के सुरक्षा गार्ड कक्ष में हुई इस वारदात के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए सुरक्षा गार्ड को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा, ‘हमने आज सुबह सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर लिया क्योंकि उसके जवाब अस्पष्ट थे। सीसीटीवी फुटेज से कॉलेज में उसकी मौजूदगी का पता चला था।’
अस्पष्ट जवाब के कारण गार्ड को किया गया गिरफ्तार
अधिकारी ने कहा, ‘गार्ड ने इस बात का स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि उसने उचित कार्रवाई क्यों नहीं की और तीनों आरोपियों को अपराध करने से क्यों नहीं रोका। साथ ही, उसे यह भी बताना होगा कि वह क्यों और किसके निर्देश पर अपना कमरा छोड़कर गया। यह भी अपराध में एक तरह की संलिप्तता है।’
चौबीस वर्षीय छात्रा एक परीक्षा के लिए फॉर्म भरने कॉलेज गई थी और काम पूरा होने के बाद भी उसे यूनियन रूम में ही रहने के लिए मजबूर किया गया। आरोप है कि पूर्व छात्र व आपराधिक मामलों के वकील ने विवाह का प्रस्ताव ठुकराने के बाद छात्रा से बलात्कार किया। वहीं, कॉलेज के दो मौजूदा छात्र अपने मोबाइल फोन पर इस कृत्य की वीडियो बना रहे थे। पीड़िता ने आरोप लगाया कि रात करीब 7:30 बजे से लेकर 10:30 बजे तक उसके साथ यह सब हुआ।
कोलकाता के कस्बा लॉ कॉलेज में रेप पीड़िता का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा TMC का नेता है। pic.twitter.com/zv0tHEcGjf
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 28, 2025
मुख्य आरोपी के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर दावा किया गया है कि वह कॉलेज की तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद इकाई का पूर्व अध्यक्ष और टीएमसी के छात्र संगठन की दक्षिण कोलकाता प्रकोष्ठ का संगठन सचिव है।
टीएमसी मंत्री फिरहाद हकीम का दावा है कि लॉ कॉलेज में बलात्कार के आरोपियों में से एक मनोजीत मिश्रा कभी भी टीएमसी से जुड़ा नहीं था…
इसी बीच उसी मनोजीत की जिला टीएमसीपी नेता, राज्य टीएमसीपी अध्यक्ष और टीएमसी के कानून मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के साथ तस्वीरें सोशल मिडिया पर वायरल… pic.twitter.com/14ReUWQg18— Madhavi Agarwal (@madhavi_agarwal) June 28, 2025