Detonator on Railway Track: गैंगमैन मोहम्मद साबिर की रिमांड गुरुवार को खत्म होगी। आरपीएफ को 8 दिन की पूछताछ में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। उसकी गतिविधियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
आरपीएफ को ठोस सबूत नहीं मिले
आरपीएफ ने आठ दिन की पूछताछ में यहां के रिकॉर्ड भी खंगाले, उसकी गतिविधियों की जानकारी भी स्टाफ से ली है। हालांकि आरपीएफ अब तक यह पता नहीं कर पाई है कि साबिर ने डेटोनेटर कहां से और किस मकसद से चुराए थे, क्यों लगाए थे। आठ दिन की रिमांड के बाद भी आरपीएफ को कोई ठोस साक्ष्य नहीं हाथ लगे हैं।
पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा
आरपीएफ अब तक तीन बार साबिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। रिमांड अवधि में उसका पुराना रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। स्थानीय पुलिस से भी जानकारी मांगी थी।
मालूम हो कि 18 सितंबर को खंडवा-बुरहानपुर रेल खंड स्थित सागफाटा के पास ट्रैक पर सेना की विशेष ट्रेन के सामने 10 डेटोनेटर से विस्फोट हुआ था। घटना की जानकारी बाहर आते ही आरपीएफ सहित एटीएस और एनआइए भी सक्रिय हो गई थी, हालांकि साबिर की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के लिए आरपीएफ के अलावा किसी अन्य एजेंसी ने न्यायालय में उसकी रिमांड के लिए कोई आवेदन नहीं लगाया।