AI से बदली NHAI की तस्वीर, ऐसे कर डाली 25,680 करोड़ की बचत

AI से बदली NHAI की तस्वीर, ऐसे कर डाली 25,680 करोड़ की बचत

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अपनी दूसरी सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि कैसे AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से उसके कामकाज में बड़ा सुधार आया है. एनएचएआई ने Data Lake 3.0 नाम का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया है जो प्रोजेक्ट से जुड़ी भी जानकारियों को एक जगह समेटता है और तेज़ फैसले लेने में मदद करता है.इस तकनीक की वजह से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट पहले से ज्यादा स्मार्ट और पारदर्शी हो गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर एनएचएआई की ओर से किस तरह की जानकारी दी है.

एआई से 25,680 करोड़ की सेविंग

इस डिजिटल बदलाव का सीधा असर ये हुआ कि एनएचएआई ने 155 लंबे समय से चल रहे विवादों का समाधान किया.इन मामलों को सुलझाने से करीब 25,680 करोड़ की सरकारी धन की बचत हुई, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि NHAI ने केवल तकनीक ही नहीं अपनाई, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी बड़े कदम उठाए हैं.इसके तहत कार्यस्थलों पर Occupational Health and Safety (OHS) Framework लागू किया गया है. इतना ही नहीं,विविधता और समानता को बढ़ावा देने के प्रयासों का असर यह रहा कि साल भर में एक भी भेदभाव की शिकायत नहीं आई.

FASTag का दिखा देश में असर

रिपोर्ट के अनुसार,अब देश में FASTag की पहुंच 98.5 फीसदी हो चुकी है.इसका सीधा असर टोल प्लाज़ा पर नजर आया है-अब लंबी कतारें कम हो गई हैं, गाड़ियां बिना रुके गुजरती हैं,जिससे पेट्रोल-डीजल की बचत और प्रदूषण में कमी हो रही है. एनएचएआई ने यह भी बताया कि वह अब अपने निर्माण कार्यों में हरियाली, सोलर एनर्जी और कचरा प्रबंधन जैसी टिकाऊ नीतियों को भी प्राथमिकता दे रहा है.इसका मकसद है कि तेज़ विकास के साथ-साथ पर्यावरण पर असर भी कम से कम हो.