Operation Sindhu: मिडिल ईस्ट संकट के बीच भारत ने चलाया रेस्क्यू मिशन, 110 भारतीय छात्रों की सुरक्षित वतन वापसी

Operation Sindhu: मिडिल ईस्ट संकट के बीच भारत ने चलाया रेस्क्यू मिशन, 110 भारतीय छात्रों की सुरक्षित वतन वापसी

मध्य पूर्व में बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने का अभियान तेज कर दिया है। ईरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी से 110 भारतीय छात्रों को लेकर इंडिगो का एक विशेष विमान (6E 9487) गुरुवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरा।

विदेश मंत्रालय की पुष्टि और पूरी तैयारी

विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को पुष्टि की कि Operation Sindhu के तहत नागरिकों की निकासी जारी है और उसी दिन एक और फ्लाइट रवाना होने की योजना है। विदेश राज्य मंत्री किर्ती वर्धन सिंह ने हवाई अड्डे पर छात्रों का स्वागत करते हुए कहा, “हम हर भारतीय को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। यह हमारी बड़ी ज़िम्मेदारी है, और हमने इसके लिए कई विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है।”

Operation Sindhu: 24×7 हेल्पलाइन और दूतावासों का समन्वय

सरकार ने अब तक 350 से अधिक निकासी अनुरोध प्राप्त किए हैं। भारतीय दूतावासों के सहयोग से विदेश मंत्रालय ने 24 घंटे सक्रिय हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं, ताकि फंसे नागरिकों को तत्काल सहायता दी जा सके। सिंह ने बताया कि “आज एक और विमान तुर्कमेनिस्तान से लोगों को लाने के लिए रवाना होगा। जैसे-जैसे हालात बदलते हैं, हम चार्टर्ड फ्लाइट्स के ज़रिए और भारतीयों को भी वापस लाएंगे।”

तुर्कमेनिस्तान और आर्मेनिया सरकार का सहयोग

भारत सरकार ने तुर्कमेनिस्तान और आर्मेनिया की सरकारों का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने इस संकट की स्थिति में भारतीय नागरिकों को सुरक्षित (Operation Sindhu) रास्ता और ट्रांजिट सुविधा प्रदान की। दोनों देशों की मदद से भारतीयों को ज़मीन के रास्ते निकाला गया और फिर उन्हें हवाई मार्ग से भारत लाया गया।

Operation Sindhu: छात्रों के अनुभव और भावनाएं

ईरान से लौटे छात्रों ने वहां के हालात को भयावह बताया। उरमिया मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्र मीर सलीफ ने कहा, “हम मिसाइलों के बीच थे, हमारा पूरा मोहल्ला बमबारी की चपेट में था। जब भारतीय दूतावास (Operation Sindhu) के लोग हमारे दरवाज़े पर आए और कहा कि वे हमें घर ले जाने आए हैं, तो मुझे अपनी मां की याद आई। मैं बेहद खुश था।”

उन्होंने आगे बताया, “एयरस्पेस बंद होने के कारण हमें ज़मीनी रास्ते से बाहर निकाला गया और फिर एक दिन के अंदर हमें भारत लाया गया। मैं भारत सरकार और विदेश मंत्रालय का तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूं।”

Operation Sindhu: जब तक ज़रूरत हो जारी रहेगा

विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन (Operation Sindhu) तब तक जारी रहेगा जब तक सभी भारतीयों को सुरक्षित बाहर नहीं निकाल लिया जाता। इसके लिए अतिरिक्त चार्टर्ड फ्लाइट्स की व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसी भी परिस्थिति में कोई भारतीय पीछे न रह जाए।