जिला कलेक्ट्रेट में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरते की मुश्किले बढ़ती जा रही है, पचोर थाना पुलिस ने दर्ज की है एफआइआर से पहले ही वे छुट्टी पर चले गए थे, अब 30 नवंबर को समाप्त हो रही है। उनके आने या ना आने को लेकर अटकले तेज हो गई है।
जिला कलेक्ट्रेट में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरते छुट्टी लेकर गायब हो गए हैं।बताया जा रहा है कि सोरते ने 30 नवंबर तक का छुट्टी आवेदन दिया है और इसके बाद से कार्यालय आना बंद कर दिया था। अब वह छुट्टी समाप्त होने के बाद आएंगे या नहीं, इस बारे में संशय बना हुआ है।
संयुक्त कलेक्टर इकबाल मोहम्मद ने बताया कि राजेश सोरते ने 30 नवंबर तक की छुट्टी का आवेदन एफआइआर दर्ज होने से पहले ही दिया था, इसके बाद से वह आफिस नहीं आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार राजगढ़ जिले के पचोर थाने में 14 नवंबर को डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरते के खिलाफ दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज की गई है। उनके खिलाफ एक महिला ने 25 अक्टूबर को शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया था। इससे पीड़िता ने 14 नवंबर को पोर्टल पर ई-एफआईआर दर्ज कराई थी।बता दें कि सारंगपुर न्यायालय में डिप्टी कलेक्टर की ओर से अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी। जो न्यायालय ने खारिज कर दी थी।
चैंबर खाली, दूसरे को सौंपा काम
भोपाल कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर सोरते का चैंबर रोज खुल रहा है, लेकिन कुर्सी खाली ही है। इधर, उनके प्रभार अन्य अधिकारियों को सौंपे गए हैं। ताकि, काम प्रभावित न हो। जनसुनवाई समेत अन्य कार्य सोरते के जिम्मे ही थे।
महिला ने एक वीडियो जारी किया था। दावा था कि सोरते ने एक साल पहले उसके बेटे की शादी की खरीदारी करवाई थी।वहीं सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरते की गिरफ्तारी नहीं हुई है।उनकी तलाश में एक टीम लगी हुई है।
दिग्विजय सिंह लिख चुके हैं पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस मामले में दो पत्र जारी कर गिरफ्तारी और निलंबन की मांग भी कर चुके हैं। उन्होंने एक पत्र अपर मुख्य सचिव मप्र शासन और दूसरा पत्र राजगढ़ एसपी को लिखा है। इसमें उन्होंने डिप्टी कलेक्टर पर सिविल सेवा आचरण अधिनियम का उलंघन करने को लेकर विभागीय जांच कराते हुए निलंबन की मांग की थी।वहीं, सिंह ने दूसरा पत्र राजगढ़ पुलिस अधीक्षक के नाम लिखा है। इसमें पीड़िता के बयान के अनुसार धाराएं नहीं लगाए जाने की शिकायत करते हुए नियमानुसार धाराएं बढ़ाने की मांग की थी।