अवामी लीग के कई कार्यकर्ता अरेस्ट
बांग्लादेश में पिछले साल सरकार के खिलाफ छिड़े विरोध प्रदर्शन के बाद अब शेख हसीना की पार्टी की देश में काफी बुरी हालत है. पिछले साल 5 अगस्त को तख्तापलट होने के बाद शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इसी के बाद से अब उनकी पार्टी अवामी लीग बिखरती जा रही है. पार्टी देश में बैन है.
बांग्लादेश में 2026 में आम चुनाव प्रस्तावित किए गए हैं. वहीं, दूसरी तरफ अवामी लीग राजधानी ढाका में जुलूस निकाल रही है. श्यामोली इलाके में 16 सितंबर को प्रतिबंधित अवामी लीग ने अचानक जुलूस निकाला. इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया. अवामी लीग के जुलूस में से पुलिस ने अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया है.
44000 वर्कर्स अरेस्ट
पुलिस ने इस बीच जानकारी दी है कि पूरे एक साल में (पिछले साल 5 अगस्त से लेकर इस साल 3 सितंबर तक) कितने लोगों को अरेस्ट किया गया है.फासीवाद में शामिल व्यक्तियों की गिरफ्तारी और जमानत की जानकारी के नाम वाली एक पुलिस रिपोर्ट कहती है कि इन 13 महीनों में ऐसे व्यक्तियों की गिरफ्तारी की संख्या 44,472 है. यानी इन 13 महीनों में 44 हजार से ज्यादा अवामी लीग के वर्कर्स को अरेस्ट किया गया है. इनमें से 32,371 को जमानत मिल चुकी है. यानी कुल आरोपियों में से लगभग 73 प्रतिशत को जमानत दी गई है.
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि इन आरोपियों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया था, जो भेदभाव-विरोधी छात्र आंदोलन, जुलूसों या फिर शेख हसीना सरकार के पतन के बाद विरोधी-सरकार और राज्य विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. इनमें से कुछ पदाधिकारी हैं, जबकि कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें अवामी लीग या उस समय की सरकार का सहयोगी होने का आरोप था.
आतंकवाद के तहत दर्ज किए गए मामले
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) के आंकड़े बताते हैं कि अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों और प्रतिबंधित छात्र लीग के अवैध जुलूसों और कार्यक्रमों के संबंध में राजधानी में 97 मामले आतंकवाद-रोधी अधिनियम के तहत दर्ज किए गए. इन मामलों में 1,123 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 403 को पहले ही जमानत मिल चुकी है.
इसी बीच 24 सितंबर को भी अवामी लीग की मार्च की तैयारी थी. मार्च की तैयारी की सूचना मिलने पर पुलिस फौरन एक्टिव हो गई. पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर मोर्चा संभाल लिया. बाद में फ्लै मार्च के दौरान 244 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
कहां कितनी हुई गिरफ्तारी
5 अगस्त के बाद, अवामी लीग गतिविधियों से संबंधित 8 रेंजों में से सबसे अधिक गिरफ्तारियां चिटगांव में हुईं. 13 महीनों में इस रेंज में 7,823 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 6,275 (80%) को जमानत मिल गई. सबसे कम गिरफ्तारियां सिलहट रेंज में हुईं—1,398, जिनमें से 1,174 (लगभग 84%) को जमानत मिली.
छह रेंजों में कहां कितनी गिरफ्तारियां और कितनों को जमानत
ढाका: 7,355 गिरफ्तार, 4,806 (65%) को जमानत
राजशाही: 5,018 गिरफ्तार, 4,221 (84%) को जमानत
खुलना: 5,992 गिरफ्तार, 4,554 (76%) को जमानत
बरिसाल: 1,776 गिरफ्तार, 1,555 (88%) को जमानत
रंगपुर: 3,891 गिरफ्तार, 2,714 (70%) को जमानत
माइमेनसिंह: 3,036 गिरफ्तार, 1,443 (48%) को जमानत
जमानत मिलने पर हुई बैठक
इसी बीच गिरफ्तार किए गए लोगों को कैसे इतनी जल्दी जमानत मिल जा रही है इसको लेकर बैठक हुई. 14 सितंबर की बैठक में जमानत के मुद्दे पर नजर रखने के लिए गृह मंत्रालय के एक संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की गई. समिति के सूत्रों ने बताया कि इसमें कानून मंत्रालय, अटॉर्नी जनरल का दफ्तर और पुलिस के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे.। समिति यह जांच करेगी कि आतंकवाद-रोधी मामलों में गिरफ्तार लोग इतनी जल्दी जमानत कैसे मिल रही है.