Indore Airport पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे यात्री को चूहे ने काटा

Indore Airport पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे यात्री को चूहे ने काटा

इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में चूहों के काटने दो नवजात बच्चियों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि एक यात्री (Passenger Safety) ने स्थानीय हवाई अड्डे (Indore Airport) पर चूहे (Rat Bite) के काटने का दावा करते हुए शिकायत दर्ज कराई है। इंदौर हवाई अड्डे (Indore Airport Incident) के अधिकारियों ने इस बारे में बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर से बेंगलुरु जा रहे एक यात्री (Airport Awareness) ने अपने साथ इस घटना के होने का दावा किया है।

मंगलवार को जब वह अपनी फ्लाइट के लिए इंदौर एयरपोर्ट के प्रस्थान क्षेत्र में इंतजार कर रहे थे, इसी दौरान चूहा (Wildlife Encroachment) उनकी पैंट में घुस गया और उन्हें काट लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना भोपाल के रहने वाले अरुण मोदी नाम के शख्स के साथ हुई जो कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और इंडिगो एयरलाइन्स की फ्लाइट से बेंगलुरु जा रहे थे। करीब 3 बजे उड़ान भरने वाली इस फ्लाइट के लिए मोदी दंपति दो घंटे पहले ही इंदौर के देवी अहिल्याबाई एयरपोर्ट पहुंच गया और समय बाकी होने की वजह से हवाई अड्डे के डिपार्चर एरिया में इंतजार करने लगा।

अरुण वहां बैठकर इंतजार कर रहे थे इसी दौरान वहां अचानक एक चूहा आया और उनकी पैंट में घुस गया। इसके बाद वे घबराकर उठे और पैंट के बाहर से ही अंदर उस मौजूद चूहे को पकड़ लिया। तभी उस चूहे ने उन्हें घुटने के पीछे काट लिया। इसके बाद उन्होंने उस चूहे को बाहर निकाला और जोर-जोर से नाराजगी जताते हुए एयरपोर्ट स्टाफ को बुलाया। तब जाकर स्टाफ के लोग उन्हें शांत कराते हुए मेडिकल रूम में ले गए और वहां मौजूद एक डॉक्टर ने उन्हें एक इंजेक्शन और एंटीबायोटिक गोलियां दीं।

देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डे के निदेशक विपिनकांत सेठ ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यात्री को चूहे ने काटा था, जिसके बाद उन्हें तुरंत उचित उपचार दिया गया। उन्होंने कहा, इस घटना के बाद हमने हवाई अड्डा परिसर में एक बार फिर पेस्ट कंट्रोल (कीट नियंत्रण) अभियान चलवाया है।’ हालांकि यात्री ने शिकायत करते हुए बताया कि उन्हें इंदौर एयरपोर्ट पर एंटी रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगाया गया, जिसे उन्होंने बेंगलुरु पहुंचने पर लगवाया। साथ ही उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट कर्मचारियों ने टिटनेस का इंजेक्शन भी बड़ी मुश्किल से लगाया। उन्होंने कहा कि घटना के बाद मैंने अपने डॉक्टर से बात की तो उन्होंने मुझे तुरंत रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए कहा। हालांकि, इंदौर एयरपोर्ट पर वह नहीं मिला, जिसके बाद मैंने बेंगलुरु पहुंचकर उस इंजेक्शन को लगवाया।

इससे पहले इंदौर में चूहों के आतंक का मामला इस महीने की शुरुआत में तब सामने आया था, जब 31 अगस्त और 1 सितंबर की रात को शहर के सरकारी महाराजा यशवंतराव अस्पताल (MYH) के गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में चूहों के हमले में विभिन्न जन्मजात स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित दो नवजात बच्चियों की मौत हो गई थी। हालांकि MYH प्रशासन ने चूहों के काटने की वजह से नवजातों की मौत होने के दावों का खंडन किया था।