पिकॉक रिंग
जयपुर की मशहूर ज्वैलरी कंपनी सैवियो ज्वैलर्स ने एक ऐसी अनोखी अंगूठी बनाई है, जो ना सिर्फ खूबसूरत है, बल्कि दुनिया भर में चर्चा का विषय भी बन चुकी है. इस अंगूठी ने “गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड” में अपना नाम दर्ज कराया है क्योंकि पूरी दुनिया में ये अंगूठी इकलौती है जिसमें इतने ज्यादा हीरे जड़े हुए हैं. इस अंगूठी का नाम पीकॉक रिंग रखा गया है, क्योंकि इसका डिजाइन भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर से प्रेरित है.
इस अंगूठी की कीमत सुनकर उड़ जाएंगे होश!
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक इस पीकॉक रिंग की कीमत करीब 27 लाख अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 24 करोड़ रुपये है. इतनी कीमत में आप गुड़गांव जैसे महंगे शहर में 1-1 करोड़ के 24 फ्लैट खरीद सकते हैं. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इतनी ऊंची कीमत के बावजूद भी कंपनी ने इस अंगूठी को बेचने से मना कर दिया है.
क्यों नहीं बेचना चाहते ज्वैलर?
सैवियो ज्वैलरी के सह-संस्थापक और निदेशक अभिषेक सैंड का कहना है कि यह अंगूठी अब उनकी कंपनी की पहचान बन चुकी है. वे इसे एक ब्रांड एसेट (Brand Asset) मानते हैं और दुनिया भर में मार्केटिंग टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. इस रिंग को भारत में ही नहीं, बल्कि सऊदी अरब जैसी इंटरनेशनल ज्वैलरी प्रदर्शनी में भी दिखाया गया है, जहां इसने सबका ध्यान खींचा है.
कैसे बनाई गई यह रिकॉर्ड ब्रेकिंग अंगूठी?
इस रिंग को बनाना कोई आसान काम नहीं था. इसे 7 अलग-अलग हिस्सों में तैयार किया गया, जिन्हें बाद में एक साथ जोड़कर फाइनल डिजाइन दिया गया. यह पूरी प्रक्रिया कई सालों तक चली. कंपनी ने इस रिंग को 2015 से 2018 के बीच तैयार किया और उस वक्त भी यह रिकॉर्ड बना चुकी थी.
कितने हीरे और कैसा सोना इस्तेमाल हुआ?
इस रिंग को 18 कैरेट गोल्ड से बनाया गया है और इसमें 3827 हीरे जड़े गए हैं. ये सभी हीरे VVS-EF क्वालिटी के हैं यानी बेहद शानदार और बेहतरीन क्वालिटी वाले. इन हीरों का कुल वजन लगभग 16.5 कैरेट है, जबकि पूरी अंगूठी का वजन 50.42 ग्राम है.
मिल चुके हैं 6 बड़े अवॉर्ड
इस पीकॉक रिंग को अब तक 6 प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिल चुके हैं. यह न सिर्फ कला और डिजाइन का बेहतरीन नमूना है, बल्कि भारत की ज्वैलरी इंडस्ट्री की ताकत और कारीगरी का भी प्रतीक बन चुकी है.