यह एशिया कप टी20 प्रारूप में खेला जाएगा। पिछली बार भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान हुआ था और मेन इन ब्लू ने दुबई में वह मैच आराम से जीत लिया था।
यह सत्र कथित तौर पर तीन घंटे से अधिक समय तक चला, जिसमें सभी विशेषज्ञ बल्लेबाजों ने लगभग एक घंटा बीच में बिताया। दूसरी ओर, पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ अपनी त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल से पहले अभ्यास के लिए पहुंचा। दोनों टीमें कथित तौर पर अपनी-अपनी दिनचर्या और तैयारियों पर केंद्रित थीं।
दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कोई बातचीत या बातचीत नहीं देखी गई। अगर दोनों टीमें सुपर 4 चरण और फाइनल में पहुंचती हैं तो दोनों टीमें तीन बार तक आमने-सामने हो सकती हैं। टूर्नामेंट की शुरुआत अफगानिस्तान बनाम हांगकांग, चीन से होगी। भारत अगले दिन UAE के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा।
गत चैंपियन भारत एशिया कप क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल टीम है, जिसने आठ बार खिताब जीता है। श्रीलंका ने छह बार महाद्वीपीय टूर्नामेंट जीता है, जबकि पाकिस्तान दो बार विजयी हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों के बीच यह मैच भारत और पाकिस्तान के बीच पहली क्रिकेट कार्रवाई होगी।
जहां पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने खुले तौर पर कहा है कि भारत को मैच का बहिष्कार करना चाहिए, वहीं अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा का मानना है कि मैच को लेकर जो भी फैसला लिया जाएगा वह देशहित में होगा। मिश्रा ने ANI से बात करते हुए कहा, “देखिए, जब हम भारत के लिए क्रिकेट खेल रहे होते हैं, तो हमारे देशवासी हमसे जुड़े होते हैं क्योंकि उनकी भावनाएं हमसे जुड़ी होती हैं।
यहां तक कि भारतीय दिग्गजों ने भी कहा था कि वे नहीं खेलेंगे। फिर पाकिस्तान फाइनल में पहुंचा और खिताब हार गया। हर क्रिकेटर अपने देश से जुड़ा होता है। वे अपने प्रशंसकों से जुड़े होते हैं। जिस तरह हर कोई अपने देश से प्यार करता है, उसी तरह हम भी अपने देश से प्यार करते हैं, और जो भी फैसला लिया जाएगा, वह देशहित में होगा।”