CISS 2025 हैकाथॉन: देशभर से आए रिकॉर्ड 746 प्रोजेक्ट, MP पुलिस की अनोखी पहल

CISS 2025 हैकाथॉन: देशभर से आए रिकॉर्ड 746 प्रोजेक्ट, MP पुलिस की अनोखी पहल

भोपाल. मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित Cyber Innovation & Information Security Summit (CIIS) 2025 Hackathon को पूरे देश से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। यह कार्यक्रम युवाओं को साइबर सुरक्षा और डिजिटल नवाचार के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान कर रहा है।

देशभर से बड़ी भागीदारी

इस प्रतियोगिता में देश के 208 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से 1159 टीमों ने पंजीकरण कराया। इनमें कुल 4459 छात्र-छात्राएँ शामिल हुए। सबसे अधिक टीमें मध्यप्रदेश से रहीं।

रिकॉर्ड प्रोजेक्ट सबमिशन

हैकाथॉन की अंतिम तिथि तक कुल 746 प्रोजेक्ट जमा हुए, जो अब तक किसी भी पुलिस हैकाथॉन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। यह युवाओं की बढ़ती रुचि और उनकी नवाचार क्षमता को दर्शाता है।

निष्पक्ष मूल्यांकन

2 से 4 सितम्बर तक 28 विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, क्लियरट्रेल कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञ और पुलिस साइबर सेल अधिकारियों की संयुक्त टीमें प्रथम चरण का मूल्यांकन करेंगी। 4 सितम्बर की शाम 6 बजे तक कुल 30 सर्वश्रेष्ठ टीमों (प्रत्येक केंद्र से 10) का चयन कर सेमीफाइनल्स के लिए सूची जारी की जाएगी।

तीन शहरों में सेमीफाइनल्स

चयनित टीमें 9 सितम्बर को इंदौर (SGSITS), 10 सितम्बर को भोपाल (MANIT) और 11 सितम्बर को जबलपुर (JEC) में अपनी प्रस्तुति देंगी। यहाँ साइबर सेल अधिकारियों और वरिष्ठ ज्यूरी के समक्ष टीमों की तकनीकी दक्षता, नवाचार और व्यवहारिक उपयोगिता का मूल्यांकन किया जाएगा।

फाइनल और सम्मान समारोह

प्रत्येक केंद्र से चुनी गई बेहतरीन टीमों को 17 सितम्बर 2025 को भोपाल में आयोजित CIIS 2025 मुख्य सम्मेलन में सम्मानित किया जाएगा। विजेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रस्तुति देने का अवसर भी मिलेगा। यह आयोजन युवा नवाचार को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ ई-कम्युनिटी पुलिसिंग की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

सबके सहयोग से सफलता

इस हैकाथॉन को सफल बनाने में क्लियरट्रेल टीम (सिमरन और Naman), VIT के प्रो. पुष्पेंद्र और उनकी टीम, MANIT भोपाल, SGSITS इंदौर, JEC जबलपुर, साइबर सेल की इंदौर-भोपाल-जबलपुर टीमें और पुलिस मुख्यालय स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।

पुलिस की नई पहल – युवाओं से जुड़ाव

यह हैकाथॉन केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं और पुलिस के बीच सहयोग और विश्वास बढ़ाने की नई पहल है। मध्यप्रदेश पुलिस का विज़न है कि युवा शक्ति, तकनीक और सामुदायिक पुलिसिंग को साथ लेकर एक आधुनिक और सुरक्षित समाज का निर्माण किया जाए।