रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सरकारी तेल कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) और BP एक्सप्लोरेशन के साथ सौराष्ट्र बेसिन में तेल और गैस खोजने के लिए एक संयुक्त संचालन समझौता किया है. कंपनी ने यह जानकारी मंगलवार को दी.
RIL, ONGC और BP आए साथ
इन तीनों कंपनियों ने पहली बार साथ मिलकर किसी इलाके में तेल और गैस खोजने और उत्पादन करने के लिए बोली लगाई थी. यह बोली पिछले साल ओपन एक्रेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) की 9वीं बोली प्रक्रिया में ब्लॉक GS-OSHP-2022/2 के लिए लगाई गई थी.
यह ब्लॉक पश्चिमी तट के पास सौराष्ट्र बेसिन में स्थित है, जिसका कुल क्षेत्रफल 5,454 वर्ग किलोमीटर है. इसे कैटेगरी-II बेसिन में रखा गया है. इस कंसोर्टियम में ONGC को ऑपरेटर नियुक्त किया गया है और यह समूह इलाके में हाइड्रोकार्बन (तेल और गैस) की संभावना को खोजने और उसका दोहन करने के लिए खोजी गतिविधियां करेगा.
तीनों यहां मिलकर ढूंढेंगे कच्चा तेल
कंपनी ने अपने बयान में कहा, “रिलायंस ने ONGC और BP एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड (BP) के साथ ब्लॉक GS-OSHP-2022/2 के लिए संयुक्त संचालन समझौता किया है. यह ब्लॉक सौराष्ट्र बेसिन में पश्चिमी तट के पास स्थित है और इसे हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन एंड लाइसेंसिंग पॉलिसी के तहत RIL, ONGC और BP को आवंटित किया गया था. तीनों पक्ष ब्लॉक आवंटन की शर्तों के मुताबिक खोजी काम को आगे बढ़ाएंगे.”
रूस से आता है सबसे ज्यादा तेल
भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए फिलहाल सबसे ज्यादा कच्चा तेल रूस से आयात करता है. भारत के कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है. इसके बाद भारत सऊदी अरब, वेनेजुला सहित कई दूसरे देशों से कच्चा तेल आयात करता है. आपको बता दें अमेरिकी और यूरोप के दवाब के बावजूद भारत ने रूस से तेल आयात करना जारी रखा है.