कंबोडिया में साइबर क्राइम पर बड़ा एक्शन, 3 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार, 105 भारतीय भी शामिल

कंबोडिया में साइबर क्राइम पर बड़ा एक्शन, 3 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार, 105 भारतीय भी शामिल
कंबोडिया में साइबर क्राइम पर बड़ा एक्शनImage Credit source: Freepik

भारत में डिजिटल फ्रॉड बढ़ रहा है. इसी के चलते सरकार ने इस पर लगाम कसने के लिए सख्त कदम उठाए. सामने आया था कि फ्रॉड के यह गिरोह कंबोडिया से भी संचालित किए जा रहे हैं. इसी के चलते सरकार ने कंबोडिया से इस पर एक्शन लेने के लिए कहा था. इसी के चलते अब भारत सरकार की अपील पर कंबोडिया ने फ्रॉड पर एक्शन लिया है और 3 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.

भारत सरकार की अपील पर कंबोडिया में ऑनलाइन स्कैम और डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है. बड़े पैमाने पर साइबर अपराध के खिलाफ कदम उठाते हुए, कंबोडियाई अधिकारियों ने प्रधानमंत्री हुन मानेट के सीधे आदेश पर, 27 जून से 22 जुलाई तक नोम पेन्ह और बाकी 16 प्रांतों में 58 लोकेशन पर छापे मारे. इन अभियानों में 606 महिलाओं सहित 3,075 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.

3 हजार से ज्यादा लोगों को किया गया गिरफ्तार

कंबोडिया में 15 दिनों में गिरफ्तार किए गए 3,075 लोगों में भारतीय भी शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में 105 भारतीय भी हैं. गिरफ्तार लोगों में 606 महिलाएं भी शामिल हैं. इसके साथ ही इस स्कैम में 1,028 चीनी, 693 वियतनामी, 366 इंडोनेशियाई, 101 बांग्लादेशी, 82 थाई, 57 कोरियाई, 81 पाकिस्तानी, 13 नेपाली और 4 मलेशियाई नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही फिलीपींस, नाइजीरिया, युगांडा, रूस और म्यांमार समेत बाकी देशों के लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है.

लोगों को किया जाता था प्रताड़ित

इन साइबर क्राइम के कई नेटवर्क को कथित तौर पर चीनी संगठित अपराध समूह समर्थन करते थे. कंबोडिया के परिसरों से संचालित होते हैं. इसमें पीड़ितों को नौकरी के फर्जी प्रस्तावों का लालच दिया जाता था. उन्हें प्रताड़ित किया जाता था.

UN ने सामने रखे चौंकाने वाले आंकड़े

संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि कंबोडिया में इस समय 1,00,000 से ज्यादा लोग ऐसी परिस्थितियों में फंसे हुए हैं, जो नकली निवेश योजनाओं, क्रिप्टो धोखाधड़ी से जुड़े वैश्विक घोटालों को बढ़ावा दे रहे हैं. कई अभियान कानून प्रवर्तन एजेंसियों के रूप में चलाए जा रहे हैं. लोगों से पैसे ऐंठने के लिए नकली आरोपों पर “डिजिटल अरेस्ट” की जा रही हैं.