द रेजिडेंट फ्रंट ही नहीं, पाकिस्तान में पल रहे 80 आतंकी संगठन, पूरी लिस्ट

द रेजिडेंट फ्रंट ही नहीं, पाकिस्तान में पल रहे 80 आतंकी संगठन, पूरी लिस्ट
पाकिस्तान में 80 आतंकी संगठन एक्टिव है

अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान समर्थित ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किया है. लेकिन TRF अकेला नहीं है. पाकिस्तान में पहले से ही दर्जनों आतंकी संगठन सक्रिय हैं.

ये आतंकी संगठन न सिर्फ भारत बल्कि अफगानिस्तान और पश्चिमी देशों के लिए भी बड़ा खतरा बन चुके हैं. आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में कुल 80 आतंकी संगठन मौजूद हैं, जिनमें कई को खुद पाकिस्तान सरकार या अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पहले ही प्रतिबंधित घोषित कर चुकी हैं.

पंजाब में सबसे ज्यादा आतंकी संगठन

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को आतंकी संगठनों का सबसे बड़ा ठिकाना माना जाता है. यहां पर 34 आतंकी संगठन सक्रिय हैं. इन संगठनों में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), जमात-उद-दावा (JuD), और लश्कर-ए-झांगवी (LeJ) जैसे संगठन शामिल हैं, जिनपर भारत में कई हमलों का आरोप है.

पंजाब में सक्रिय कुछ प्रमुख संगठन के नाम हैं- लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM),जमात-उद-दावा (JuD), लश्कर-ए-झांगवी (LeJ),313 ब्रिगेड,तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), फला-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF)

खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान भी पीछे नहीं

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 21 आतंकी संगठन सक्रिय हैं. इनमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), हिज्बुल तहरीर, लश्कर-ए-इस्लामी, और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान जैसे संगठन शामिल हैं. वहीं बलूचिस्तान प्रांत में 19 आतंकी संगठन मौजूद हैं. यहां BLA, BRA, और BRAS जैसे बलोच राष्ट्रवादी संगठन सक्रिय हैं जो पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में जुटे हैं.

बलूचिस्तान के बड़े आतंकी संगठनों के नाम हैं- बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA),बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA),बलूच स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (BSO-A),दाइश (ISIS) और अल कायदा.

सिंध: कराची बना आतंकी नेटवर्क का केंद्र

हाल ही में सामने आई रिपोर्टों में बताया गया है कि सिंध प्रांत, खासकर कराची, कई आतंकी संगठनों की गतिविधियों का हब बन चुका है. यहां 13 से ज्यादा संगठन सक्रिय हैं. जैसे अल कायदा,सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (SSP), सिपाह-ए-मुहम्मद पाकिस्तान (SMP),लश्कर-ए-झांगवी (LeJ),दाइश (ISIS), जमात-उल-अहरार (JuA),पीपुल्स अमन कमेटी (PAC),बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA)

शिया-सुन्नी संघर्ष से उपजे संगठन

पाकिस्तान में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच संघर्ष ने भी कई आतंकी संगठनों को जन्म दिया है. सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (SSP), लश्कर-ए-झांगवी (LeJ), तहरीक-ए-निफाज-ए-शरीयत-ए-मोहम्मदी (TNSM) जैसे संगठन शिया विरोधी माने जाते हैं. वहीं, सिपाह-ए-मुहम्मद पाकिस्तान (SMP) जैसे संगठन शिया समुदाय के समर्थन में बने हैं, जो चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त हैं.

पाकिस्तान के कई आतंकी संगठनों के तार अल कायदा, ISIS और इस्लामिक जिहाद यूनियन जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी जुड़े हैं। इससे पाकिस्तान पर यह आरोप और भी गहरा हो जाता है कि वह वैश्विक आतंकवाद का गढ़ बन चुका है. तो कुलजमा बात ये है कि TRF को लेकर अमेरिकी कार्रवाई एक संकेत भर है. असल चिंता यह है कि पाकिस्तान की जमीन पर दशकों से पल-बढ़ रहे ये आतंकी संगठन अब क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं.