ब्रिटेन के वेस्ट और ईस्ट मिडलैंड्स इलाकों में सूखे की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. देश में रिकॉर्ड गर्मी और बेहद कम बारिश के चलते जल संकट गंभीर होता जा रहा है. सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर हालात जल्द नहीं सुधरे, तो पानी की आपूर्ति को लेकर और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं.
जल और बाढ़ मामलों की राज्य मंत्री एमा हार्डी ने कहा है कि हम एक जिम्मेदार सरकार हैं और पूरी गंभीरता से हालात से निपटने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार हर स्तर पर स्थिति की निगरानी कर रही है और जनता से भी सहयोग की अपील की जा रही है.
होजपाइप बैन: क्या है और कहां लागू हुआ
होजपाइप बैन यानी ‘टेम्पररी यूज बैन’ (TUB) के तहत लोग अपने बगीचों को पानी देने, गाड़ियों की सफाई या स्विमिंग पूल भरने जैसे काम नहीं कर सकते. हालांकि सूखे की घोषणा अपने आप में होजपाइप बैन लागू नहीं करती, लेकिन इससे संबंधित इलाकों में जल कंपनियां अपनी जरूरत के मुताबिक अस्थायी इस्तेमाल पर रोक लगा सकती हैं. यॉर्कशायर वाटर पहले ही बैन लागू कर चुकी है. इसके अलावा केंट, ससेक्स, स्विंडन, ग्लॉस्टरशायर, ऑक्सफोर्डशायर, बर्कशायर और विल्टशायर जैसे क्षेत्रों में भी यह प्रतिबंध लगाया जा चुका है.
नदियों में पानी की कमी और बारिश का संकट
पर्यावरण एजेंसी का कहना है कि मिडलैंड्स की कुछ नदियों में जून महीने में पानी का बहाव 1976 के बाद सबसे कम रहा है. वहीं देशभर में जून में औसत से 20% कम बारिश हुई और यह अब तक का सबसे गर्म जून भी रहा. इंग्लैंड में जलाशयों का स्तर लगातार गिर रहा है। अभी यह औसतन 75.6% है, जबकि यॉर्कशायर में यह महज 53.8% पर पहुंच गया है. नेशनल ड्रॉट ग्रुप, जिसमें पर्यावरण एजेंसी, मौसम विभाग, सरकार और जल कंपनियां शामिल हैं, ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही पर्याप्त बारिश नहीं हुई, तो और भी कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि जनता को पानी के सही इस्तेमाल के लिए आगे आना होगा, वरना स्थिति और बिगड़ सकती है.

