आपने मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का नाम तो खूब सुना होगा, लेकिन क्या आप किसी ऐसे अरबपति के बारे में सोच सकते हैं जिसे आज तक किसी ने देखा तक नहीं? जी हां, बात हो रही है बिटकॉइन के गुप्त फाउंडर सतोशी नाकामोतो की. नाकामोतो कौन है, ये आज तक किसी को नहीं पता न चेहरा, न देश, न पहचान. लेकिन ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, ये रहस्यमयी शख्स अब दुनिया के 12वें सबसे अमीर इंसान बन चुका है और संपत्ति के मामले में उसने अंबानी और अडानी जैसे एशिया के दिग्गज बिज़नेस टायकून को भी पीछे छोड़ दिया है.
बिटकॉइन बना रॉकेट
दुनिया की सबसे पुरानी और चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत अब आसमान छू रही है. अभी इसका रेट 1,18,000 डॉलर (करीब 98 लाख रुपये) तक पहुंच चुका है. इस साल अब तक इसकी कीमत में 55% से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है. इस तेजी का सबसे बड़ा फायदा हुआ है बिटकॉइन बनाने वाले रहस्यमयी इंसान सतोशी नाकामोतो को. भले ही आज तक कोई नहीं जानता कि नाकामोतो असल में कौन है — एक इंसान, एक टीम या कोई ग्रुप लेकिन उनके पास करीब 10 लाख बिटकॉइन हैं. मौजूदा कीमत पर देखें तो नाकामोतो की कुल संपत्ति 129 अरब डॉलर (लगभग 10.7 लाख करोड़ रुपये) हो चुकी है.
अंबानी-अडानी से भी आगे निकले
नाकामोतो अब दुनिया के 12वें सबसे अमीर इंसान बन गए हैं. उनकी नेटवर्थ भारत के दो सबसे अमीर कारोबारियों से भी ज्यादा है. मुकेश अंबानी के पास 109 अरब डॉलर और गौतम अडानी के पास 84.2 अरब डॉलर की दौलत है.यहां तक कि उनकी संपत्ति बिल गेट्स से भी ज्यादा है, जिनकी नेटवर्थ 123 अरब डॉलर है.
कभी देखा नहीं गया ये अरबपति
नाकामोतो ने अक्टूबर 2008 में बिटकॉइन का पहला डॉक्यूमेंट (वाइटपेपर) पब्लिश किया था. फिर 3 जनवरी 2009 को पहला बिटकॉइन ब्लॉक माइन किया गया. यहीं से बिटकॉइन और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की शुरुआत मानी जाती है.
2010 में रिसर्चर Sergio Demian Lerner ने दावा किया था कि नाकामोतो ने शुरुआती समय में ही 10 लाख बिटकॉइन माइन किए थे, जो आज तक कभी खर्च नहीं हुए — यानी वो अब भी उनके पास हैं.
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसे छू नहीं सकते, बस ऑनलाइन ट्रांसफर या होल्ड कर सकते हैं. इसका कोई सेंट्रल बैंक नहीं है, ये पूरी तरह डिजिटल और गुप्त (क्रिप्टोग्राफी आधारित) सिस्टम पर चलता है.अब अमेरिका समेत कई देश इसके समर्थन में सामने आए हैं.