मध्य प्रदेश में मानसून अब पूरे प्रभाव में आ चुका है। झारखंड के आसपास बने कम दबाव के क्षेत्र और उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही मानसून द्रोणिका के प्रभाव से प्रदेश में अगले दो दिनों तक तेज बारिश और हवाओं का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार यह प्रणाली अभी प्रदेश के ऊपर वाले भागों से होकर गुजर रही है, जिससे व्यापक स्तर पर मौसम में बदलाव आ रहा है।
आज ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिलों में से एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार है। इन संभागों के कुछ जिलों में तेज बारिश हो सकती है, जबकि बाकी क्षेत्रों में मध्यम बारिश जारी रहेगी। साथ ही इन इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
मध्य प्रदेश के अन्य भागों में भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने और रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार यह स्थिति फिलहाल पूर्वी मध्य प्रदेश में ज्यादा प्रभावी रहेगी और अगले दो दिन बाद यह सिस्टम उत्तरी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ सकता है। भोपाल, होशंगाबाद और विदिशा सहित अन्य जिलों में भी बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी।
गुरुवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक ग्वालियर में 65 मिमी, रीवा में 63 मिमी और दतिया में 20 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा खजुराहो में 12 मिमी, टीकमगढ़ में 15 मिमी, सतना में 11 मिमी, सागर में 6 मिमी, उमरिया में 6 मिमी और सीधी में 2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है, जबकि जबलपुर और इंदौर में इस दौरान कोई बारिश नहीं हुई।