मध्य प्रदेश के 36 जिलों में आज भारी की चेतावनी, पचमढ़ी में जमकर बरसे बादल

मध्य प्रदेश के 36 जिलों में आज भारी की चेतावनी, पचमढ़ी में जमकर बरसे बादल

अलग-अलग स्थानों पर बनी प्रभावी मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। विशेषकर पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।

उधर, मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक पचमढ़ी में 130, नर्मदापुरम में 32, बैतूल में 27, मलाजखंड में 23, छिंदवाड़ा में 21, शिवपुरी में 20, दमोह में 19, सिवनी में 16, नरसिंहपुर में आठ, मंडला में सात, सागर में चार, इंदौर में दो और जबलपुर में एक मिलीमीटर बारिश हुई।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, बुधवार को सिवनी, मंडला, बालाघाट में अतिवृष्टि होने के आसार हैं। ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल एवं भोपाल संभाग के जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है।

भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिलों में आज भारी बारिश के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में भटिंडा, रोहतक, कानपुर, डाल्टनगंज से पश्चिम बंगाल और आसपास बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे लगे गांगेय क्षेत्र पर बना हुआ है। इससे हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी संबद्ध है।

इस मौसम प्रणाली के दो दिन में झारखंड से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ तक पहुंचने की संभावना है। दक्षिणी गुजरात और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी अरब सागर से लेकर पश्चिम बंगाल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो दक्षिणी गुजरात, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी ओडिशा से होकर जा रही है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से बारिश का सिलसिला बना हुआ है।

पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक नरसिंहपुर में 154, मंडला में 120.7, सिवनी में 109.8, दमोह में 95, नौगांव में 66.2, पचमढ़ी में 64.2, जबलपुर में 48.4, छिंदवाड़ा में 47.8, बैतूल में 46.6, मलाजखंड में 45.6, खजुराहो में 40, नर्मदापुरम में 36.5, उमरिया में 29.2, शिवपुरी में 27, भोपाल में 26.8 मिलीमीटर बारिश हुई।

बुंदेलखंड में लगातार बारिश से सीजन में पहली बार बान सुजारा बांध के 11 गेट खुले

बालाघाट में बीते 24 घंटे में 163 मिमी यानी 6.4 इंच बारिश दर्ज हुई है। जिले के कई मार्ग बंद हो गए हैं तो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जगह-जगह जलभराव हो गया है। छिंदवाड़ा में भी बीते 24 घंटे में करीब 71 मिमी बारिश दर्ज हुई है। बरगी बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नरसिंहपुर में बाढ़ की स्थिति है। मंडला में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिले में 24 घंटे में चार इंच से अधिक बारिश हुई है जिससे कई गांवों में पानी भर गया।

जबलपुर समेत अन्य जिलों में रुक-रुककर बारिश हुई है। सिवनी के संजय सरोवर भीमगढ़ बांध का जलस्तर बढ़ने से 12 बजे दो गेट खोले गए और 8692 घन फीट प्रति सेकंड की दर से पानी वैनगंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। ये पानी बालाघाट जिले में 10-12 घंटे में पहुंचने की संभावना है। नदी के किनारे बसे ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है।

बालाघाट-तुमसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खैरलांजी के बपेरा पुल पर जलभराव से मार्ग बंद कर दिया गया है। रामपायली, जरामोहगांव से 16 लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। लवादा से खुरसोड़ी होते हुए गोंदिया को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का भमोड़ी के पास हाइवे का साइड सोल्डर उखड़ गया है।

डिंडौरी और अनूपपुर में दो की मौत, नरसिंहपुर में बाढ़ से 50 गांव प्रभावित

डिंडौरी जिले के शाहपुर थाना अंतर्गत ग्राम सारसताल में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 45 वर्षीय युवक फूल सिंह की मौत हो गई। वहीं अनूपपुर के चचाई थानांतर्गत चचाई में पुराने सोन नदी रेत बांध के पास सुबह नहाते समय एक बच्चे बादल वासुदेव की मौत हो गई।

वहीं, नरसिंहपुर में नर्मदा, शेढ़, ऊमर व शक्कर नदी की बाढ़ ने पुलों को जलमग्न कर दिया है। करीब 50 गांवों के लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। सींगरी नदी पर पुल को पार करते समय युवक जाहिर खान बह गया, जिसकी तलाश की जा रही है।