इजराइल और हमास के बीच करीब दो साल से चल रहे संघर्ष में गाजा के हालात बद से बदतर हो गए हैं. इजराइली हमलों में अबतक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं बड़ी-बड़ी इमारतें मलबे में तब्दील हो गई. एक बार फिर इजराइल ने गाजा में हवाई हमले किए जिसमें कम से कम 33 फिलिस्तीनी नागरिकों की जान चली गई. जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. रविवार को अस्पताल अधिकारियों ने ये जानकारी दी.
इजराइली सेना ने कहा कि उसने पिछले दिन गाजा में 100 से अधिक ठिकानों पर हमला किया है. यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध विराम की कोशिशों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से व्हाइट हाउस में वार्ता के लिए वाशिंगटन जाने की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल ट्रंप ने शुरुआती 60 दिन के युद्ध विराम की योजना पेश की है, जिसमें गाजा में मानवीय आपूर्ति में वृद्धि के बदले हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की आंशिक रिहाई शामिल है. प्रस्तावित युद्ध विराम में 21 महीने से जारी युद्ध को पूरी तरह समाप्त करने के लिए वार्ता की बात कही गई है.
गाजा शहर के दो मकानों को बनाया निशाना
गाजा शहर में मौजूद शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सेलमिया के अनुसार, इजराइली हमलों में गाजा शहर के दो मकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 20 लोग मारे गए और 25 घायल हो गए. वहीं नासिर अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मुवासी नामक क्षेत्र में हुए हमलों में 13 फलस्तीनी मारे गए. मुवासी गाजा के भूमध्य सागर पर स्थित एक क्षेत्र है, जहां कई विस्थापित लोग तंबुओं में रहते हैं.
24 घंटे में गाजा पट्टी में 130 ठिकानों पर हमला
इन हमलों को लेकर इजराइली सेना ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन सेना ने कहा है कि उसने पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी में 130 ठिकानों पर हमला किया. सेना के मुताबिक इन हमलों में हमास के कमान और नियंत्रण ढांचे, भंडारण केंद्रों और हथियारों को निशाना बनाया गया साथ ही उत्तरी गाजा में कई आतंकवादी मारे गए. इससे पहले बीते शनिवार को भी हुए इजराइली हवाई हमलों में कम से कम 47 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमले उस समय हुए जब लोग खाना पाने के लिए कतार में खड़े थे.