हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी: बिलासपुर में अवैध रेत उत्खनन पर कड़ी नाराजगी, खनिज विभाग से जवाब तलब

जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डबल बेंच ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर खनिज विभाग की निष्क्रियता पर तल्ख टिप्पणी की। चीफ जस्टिस ने स्पष्ट शब्दों में कहा, पर्यावरण संरक्षण कैसे संभव है, जब पर्यावरण की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। विभाग आंखें बंद करके बैठा हुआ है।

हाई कोर्ट ने बिलासपुर जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन को गंभीरता से लेते हुए इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डबल बेंच ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर खनिज विभाग की निष्क्रियता पर तल्ख टिप्पणी की। चीफ जस्टिस ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “पर्यावरण संरक्षण कैसे संभव है, जब पर्यावरण की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। विभाग आंखें बंद करके बैठा हुआ है।” हाई कोर्ट ने खनिज विभाग के सचिव को शपथ पत्र में जवाब देने का आदेश दिया है, जिसमें यह बताने को कहा गया है कि अवैध उत्खनन रोकने के लिए किन-किन व्यक्तियों के खिलाफ व्यक्तिगत कार्रवाई की गई है और क्या जुर्माना लगाया गया है।

अरपा अर्पण महाअभियान समिति और अन्य याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील अंकित पांडे ने एक जनवरी 2024 से सात सितंबर 2024 तक विभिन्न अखबारों में छपी खबरों का मेमो कोर्ट के सामने प्रस्तुत किया। कोर्ट ने लोखंडी घाट में अवैध उत्खनन से जुड़ी 26 अक्टूबर 2024 की एक खबर पर भी संज्ञान लिया और इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए खनिज विभाग को निर्देश जारी किए। अवैध उत्खनन पर चल रही सुनवाई के अगले चरण के लिए कोर्ट ने 9 दिसंबर 2024 की तिथि निर्धारित की है।

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कालेज के रास्ते में अटल चौक बन रहा था बाधा, शिक्षक ने जेसीबी से कराया धराशायी

कोटा के ग्राम पीपरतराई में करीब 10 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री व राज्य निर्माता की पहचान को चीरस्थायी बनाने के लिए अटल चौक का निर्माण किया गया था। बीती रात गांव के ही एक सरकारी शिक्षक ने कालेज के रास्ते के लिए जेसीबी मंगवाकर धराशायी करवा दिया। गांववालों की शिकायत के बाद तहसीलदार और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जांच में दोषी पाए जाने पर अब शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

गांव की सरकारी जमीन पर अटल चौक का निर्माण किया गया था। चौक के सामने ही महिला सरपंच चितरेखा कौशिक का मकान है। इसके ठीक सामने एक कालेज का संचालन हो रहा है। कालेज के रास्ते में अटल चौक रोड़ा बन रहा था। गुरुवार रात सरकारी शिक्षक रंजीत पवार ने जेसीबी के माध्यम से चौक को तोड़वा दिया। देखते ही देखते चौक धराशायी हो गया। जानकारी लगते ही ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कोटा पुलिस को दी। प्रशिक्षु डीएसपी रौशन आहुजा और कोटा तहसीलदार प्रकाश साहू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान पूरे मामले की जानकारी ली गई। पूछताछ में सरकारी शिक्षक की ओर से अटल चौक के तोड़े जाने की जानकारी मिली। शिकायत के बाद अब शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

सरपंच ने भी नहीं किया विरोध

पीपरतराई में अटल चौक सरपंच के मकान के सामने ही स्थित था। शिक्षक रंजीत पवार द्वारा जब जेसीबी मंगवाकर इसे तोड़ा जा रहा था तो सरपंच ने भी इसका विरोध नहीं किया। उनके द्वारा न ही अधिकारियों को जानकारी दी गई।

प्रचार-प्रसार के लिए सरकारी मद से बने गेट का उपयोग

गांव में अटल चौक के पास ही ग्राम पंचायत के मूलभूत फंड से स्वागत द्वार का भी निर्माण किया गया है। इसमें ग्राम पंचायत पीपरतराई लिखा गया है। कालेज के संचालक ने इस गेट पर बैनर पोस्टर लगा दिया है। ग्रामीणों ने इसकी भी शिकायत अधिकारियों से की है।

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