Extortion Racket: सूदखोरी के नाम पर लोगों को डरा-धमका कर जबरन उगाही, ब्लैकमेलिंग और संपत्तियों पर कब्जा करने वाले फरार आरोपित वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर पर अब कानून का शिकंजा और कसता जा रहा है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि तोमर भाइयों के नाम भाठागांव में एक मकान है, जबकि खरोरा, भनपुरी और अभनपुर में उनके नाम पर कई प्लॉट्स हैं।
सूदखोरी के नाम पर लोगों को डरा-धमका कर जबरन उगाही, ब्लैकमेलिंग और संपत्तियों पर कब्जा करने वाले फरार आरोपित वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर पर अब कानून का शिकंजा और कसता जा रहा है। पुलिस ने रायपुर कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत कर कहा है कि यदि आरोपित 18 अगस्त तक कोर्ट में पेश नहीं होते, तो उनकी संपत्तियों को अटैच किया जाए।
पुलिस द्वारा रविवार को तोमर बंधुओं के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया गया है। वहीं, उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी अदालत ने खारिज कर दी थी। अब कोर्ट द्वारा जारी उद्घोषणा के तहत उन्हें अंतिम बार कोर्ट में पेश होने का अवसर दिया गया है। निर्धारित समय तक पेश नहीं होने पर उनकी संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
पुलिस के जांच में मिली कई जानकारी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि तोमर भाइयों के नाम भाठागांव में एक मकान है, जबकि खरोरा, भनपुरी और अभनपुर में उनके नाम पर कई प्लॉट्स है। इसके अलावा उन्होंने अपने कर्जदारों की संपत्तियों पर भी जबरन कब्जा किया है, हालांकि वे कानूनी रूप से उनके नाम दर्ज नहीं हैं। बावजूद इसके पुलिस ने उन सभी संपत्तियों को सूचीबद्ध कर लिया है, जिन पर अटैचमेंट की कार्रवाई संभव है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तोमर बंधुओं के यहां से पूर्व में 37 लाख रुपये नकद और एक करोड़ से अधिक मूल्य के जेवर जब्त किए गए हैं। यह संपत्तियां भी अटैच की प्रक्रिया में शामिल होंगी।
11 करोड़ से अधिक की संपत्ति का राजफाश
रायपुर के अलावा भिलाई, भानुप्रतापपुर, गुढ़ियारी और दुर्ग क्षेत्र में टौमर परिवार की 11 संपत्तियों का पता लगाया है। इनमें एक बंगला ऐसा है जिसकी कीमत अकेले चार करोड़ रुपये है। इनके नाम पर चार लग्जरी कारें, जिनकी कीमत करीब 35 लाख रुपये से अधिक है। साथ ही 67 तोला सोना, 35 ज्वेलरी आइटम और दर्जनों महंगे मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
राजनीतिक संरक्षण का आरोप
आरोपितों के कुछ स्थानीय राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारियों से भी संबंध हैं, जिनके माध्यम से उन्हें समय पर खबरें मिल जाती हैं और वे पुलिस की पकड़ से दूर बने हुए हैं।
दोनों की पत्नी जमानत पर
इस मामले में तोमर ब्रदर्स की पत्नियों शुभ्रा तोमर और भावना तोमर को पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई है। जमानत की शर्तों के अनुसार उन्हें रायपुर छोड़ने की अनुमति नहीं है।