शुरू हुई अमेरिका-इंडिया की ट्रेड टॉक, क्या टैरिफ टेंशन के बीच निकलेगा कोई सॉल्यूशन?

शुरू हुई अमेरिका-इंडिया की ट्रेड टॉक, क्या टैरिफ टेंशन के बीच निकलेगा कोई सॉल्यूशन?


भारत और अमेरिका के रिश्तों में हाल के दिनों में जो तल्खी देखने को मिल रही थी, अब उसमें नरमी के संकेत दिखाई देने लगे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त टैरिफ के फैसलों के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता एक बार फिर से शुरू होने जा रही है. यह बातचीत मंगलवार को नई दिल्ली में होगी, जहां अमेरिकी व्यापार अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा है.

टैरिफ के बाद पहली बार होगी बातचीत

इस बार की बातचीत खास इसलिए है क्योंकि यह ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए भारी शुल्क के बाद पहली आमने-सामने की बातचीत है. गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने 27 अगस्त को भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर दंडात्मक शुल्क लगाया था. इसके तहत 50% तक का शुल्क लगाया गया, जिसमें 25% शुल्क केवल रूसी तेल पर केंद्रित था. इसके कारण भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement BTA) पर होने वाली छठे दौर की वार्ता टाल दी गई थी.

व्यापारिक मुद्दों पर होगी ठोस चर्चा

ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार की ओर से वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने जानकारी दी कि यह बैठक बीटीए पर औपचारिक वार्ता नहीं है, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापारिक मुद्दों पर ठोस चर्चा जरूर होगी. अमेरिकी दल की अगुवाई ब्रेंडन लिंच करेंगे, जो पहले भारत के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रह चुके हैं.

राजेश अग्रवाल का कहना है कि यह बातचीत औपचारिक वार्ता का हिस्सा नहीं है, लेकिन इसे बातचीत की ‘निरंतरता’ माना जा सकता है. इसका मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर बनी गलतफहमियों को दूर करना और आगे के रास्ते तय करना है.

पिछले हफ्ते तक था तनावपूर्ण माहौल

पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका और भारत के बीच वर्चुअल मीटिंग्स हुईं, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया. बीते कुछ समय से माहौल अनुकूल नहीं था क्योंकि अमेरिका भारत पर रूस से तेल खरीद बंद करने का दबाव बना रहा था. अमेरिका का तर्क है कि इससे रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए फंडिंग मिलती है. वहीं भारत साफ कर चुका है कि वह अपनी ऊर्जा जरूरतों के अनुसार फैसले लेगा.

ट्रंप का बदला हुआ अंदाज

हालांकि अब ट्रंप का रुख पहले से काफी बदला हुआ दिख रहा है. उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि वे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत को लेकर उत्साहित हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों देशों के बीच कोई भी व्यापारिक बाधा जल्द ही दूर हो जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बयान पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि दोनों देशों की टीमें जल्दी से जल्दी इस बातचीत को परिणाम तक पहुंचाने में लगी हैं.

क्या जल्द होगा समझौता?

नई दिल्ली में हो रही बैठक को दोनों देशों के रिश्तों में एक नया मोड़ माना जा रहा है. ट्रंप द्वारा अपनाया गया नरम रवैया इस ओर संकेत देता है कि आने वाले समय में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौता संभव हो सकता है.