लेह में हिंसा के 48 घंटे बाद अब कैसे हैं हालात, कितने लोगों के खिलाफ हुआ एक्शन?

लेह में हिंसा के 48 घंटे बाद अब कैसे हैं हालात, कितने लोगों के खिलाफ हुआ एक्शन?
हिंसा के बाद लद्दाख के मौजूदा हालात?

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में बुधवार को पूर्ण राज्य की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुआ. इस प्रदर्शन में 4 लोगों की मौत और 90 से ज्यादा लोग घायल हुए. विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की. इसके साथ ही CRPF की गाड़ी और बीजेपी ऑफिस में आग लगा दी. गृह मंत्रालय की तरफ से पूरे प्रदर्शन का जिम्मेदार सोनम वांगचुक को ठहराया गया. प्रशासन ने इलाके में शांति स्थापित करने के लिए बीएनएस की धारा 163 लगा दी. इसके साथ ही स्कूल अगले 2 दिनों तक स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है. फिलहाल पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा है.

पूरे हालात को देखते हुए गृह मंत्रालय की एक टीम ने लेह पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है. टीम ने लेह एपेक्स बॉडी, कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के प्रतिनिधियों के साथ ही स्थानीय सांसद को दिल्ली बुलाया गया है, जहां 27-28 सितंबर को उनकी बैठक होगी.

इन नेताओं के साथ स्थानीय हितों से जुड़ी मांगों पर चर्चा की जाएगी. इस बीच लेह में हालात को काबू में रखने के लिए 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिंसा के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने बिना अनुमति कोई जुलूस, रैली या मार्च नहीं निकाला जा सकेगा. इसके साथ ही पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

एक और दिन बढ़ाया गया कर्फ्यू

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में गुरुवार को शांति बनी रही और पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने लेह शहर में कर्फ्यू सख्ती से लागू किया. गुरुवार शाम को एक दिन के लिए कर्फ्यू बढ़ा दिया. बुधवार को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोग मारे गए और 90 अन्य घायल हो गए थे. हिंसा के बाद 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है.

अगले 2 दिन स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद

लेह और लद्दाख की मौजूदा स्थिति को देखते हुए लेह के जिला मजिस्ट्रेट रोमिल सिंह डोनक ने शुक्रवार से दो दिन के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है. जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे. प्रशासन ने ये फैसला शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया है.

हिंसा के लिए वांगचुक को ठहराया गया जिम्मेदार

लेह और लद्दाख में हुई हिंसा के लिए गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है. मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि उनके कारण ही पूरे इलाके इस तरह के हालात बने हैं.

दूसरी तरफ वांगचुक ने हिंसा को लेकर कहा, ‘यह लद्दाख के लिए सबसे दुखद दिन है. पिछले पांच सालों से हम जिस रास्ते पर चल रहे थे, वह शांतिपूर्ण था.’ उन्होंने युवाओं से अपील की कि ‘हिंसा तुरंत बंद करें क्योंकि यह हमारे आंदोलन को नुकसान पहुंचाती है.’ वांगचुक ने खुद पर लग रहे आरोपों को लेकर कहा कि उन्हें बली का बकरा बनाया जा रहा है.

सीबीआई ने शुरू की वांगचुक के खिलाफ जांच

हिंसा में वांगचुक को जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्र सरकार ने अब एक्शन लेना शुरू कर दिया हे. CBI ने वांगचुक की NGO हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव लद्दाख (HIAL) के खिलाफ विदेशी फंडिंग मामले में जांच शुरू कर दी है. सरकार ने उनके एनजीओ की विदेशी फंडिंग का लाइसेंस रद्द कर दिया है. सीबीआई टीम एनजीओ के अकाउंट्स और रिकॉर्ड की जांच कर रही है.

सीबीआई जांच को लेकर वांगचुक ने कहा कि 10 दिन पहले सीबीआई की टीम गृह मंत्रालय का आदेश लेकर उनके पास आई थी. इस आदेश में इसमें कहा गया था कि उनकी दोनों संस्थाओं ने विदेशी चंदा लेने के लिए जरूरी मंजूरी नहीं ली.