रायपुर दक्षिण विधानसभा के उपचुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। दोनों प्रमुख दल, कांग्रेस और भाजपा, वार्डों और बूथों पर अपनी रणनीतियों को केंद्रित कर रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने पार्षदों की बैठक बुलाई है, जबकि भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल प्रत्याशी सुनील सोनी के लिए प्रचार में जुटे हैं।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने इसकी कमान संभाली है और सभी पार्षदों सहित छाया पार्षदों को बुलाकर उन्हें दक्षिण का रण फतेह करने के लिए पैंतरे सिखा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर सांसद एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल स्वयं इस रण में प्रत्याशी सुनील सोनी के लिए मैदान में उतर गए हैं।
वे भी लगातार वार्डों में जाकर पार्षदों सहित बूथ कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के साथ ही समाज प्रमुखों की भी बैठकें ले रहे हैं। वहीं, अब दक्षिण के रण में दीवाली का भी असर साफ तौर पर देखने को मिलेगा और लोगों को रिझाने के लिए दीवाली मिलन सहित अन्य कार्यों में दोनों ही प्रत्याशियों का जोर दिखाई देगा।
बूथ मैनेजमेंट के गुरु हैं बृजमोहन
रायपुर दक्षिण विधानसभा से आठ बार के विधायक और वर्तमान सांसद को बूथ मैनेजमेंट का गुरु माना जाता है। क्योंकि वे अब तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं। अब उन्होंने दक्षिण की कमान संभाली है और सुनील सोनी के सारथी बनकर वे मैदान में उतर चुके हैं। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेधाध्यक्ष सहित पूरा संगठन इस चुनाव में कूद पड़ा है, इसलिए दक्षिण का यह रण अब और भी रोचक हो गया है।
जनसंपर्क अभियान में दोनों का जोर
टिकट की घोषणा होने के बाद से ही दोनों ही प्रत्याशियों ने सघन जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। दोनों ही प्रत्याशी तंग गलियों में जाकर वोट मांग रहे हैं और सभाओं का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि लोगों काे अपनी ओर रिझा सकें। इसके लिए दोनों ही प्रत्याशी हर पैंतरे अपना रहे हैं।
दीवाली के बाद स्टार प्रचारकों की एंट्री
दीवाली के बाद प्रचार का दौर रफ्तार पकड़ेगा और इसके बाद स्टार प्रचारकों की एंट्री होगी। भाजपा के लिए तीन दर्जन से अधिक स्टार प्रचारकों की सूची तैयार हैं। वहीं, कांग्रेस की ओर से संगठन के पदाधिकारियों सहित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य पूर्व मंत्रियों का भी मैदान में उतरना तय माना जा रहा है।
निर्दलीय व अन्य प्रत्याशी अभी खामोश
भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य प्रत्याशियों की एंट्री अब तक दक्षिण के रण में नहीं हुई है। वहीं, स्क्रूटनी के बाद अब 12 के नामांकन रद कर दिए गए हैं, जबकि तीन प्रत्याशियों ने अब तक नाम वापस लिया है।