‘रामायण’ के लिए खतरा बने Ranbir Kapoor! ये 3 चीजें कहीं डुबा न दें 835 करोड़, सनी देओल भी नहीं बचा पाएंगे!

‘रामायण’ के लिए खतरा बने Ranbir Kapoor! ये 3 चीजें कहीं डुबा न दें 835 करोड़, सनी देओल भी नहीं बचा पाएंगे!
रामायण पर कौन से 3 खतरे हैं?

जब भी किसी फिल्म का फर्स्ट वीडियो आता है, तो पॉजिटिव के साथ नेगेटिव रिस्पॉन्स भी मिलता है. कई बार इससे डरने की जरूरत नहीं होती, पर जब फिल्म पर पैसा पानी की तरह बहाया हो, तो बेहद जरूरी है थोड़ा डर. इस वक्त Ranbir Kapoor की फिल्म Ramayan के हर तरफ चर्चे हैं, वजह फिल्म की पहली झलक है. कुछ दिनों पहले जब रणबीर कपूर और यश का पहला लुक दिखा, तो लोग खुश हो गए. पर हर बढ़ते दिन के साथ मुश्किलें भी सामने आ रही हैं. रणबीर कपूर खुद ही अपनी फिल्म के लिए खतरा बन रहे हैं.

वो तीन चीजें क्या हैं, जो फिल्म को डुबा सकती हैं. अगर ऐसा हो गया तो सनी देओल तो दूर की बात हैं, कोई भी फिल्म को नहीं बचा पाएगा. दरअसल खतरा इसलिए क्योंकि जब फिल्म की रिलीज पास आएगी, तो दोबारा बात छिड़ेगी. और उस वक्त चीजें संभालनी मुश्किल हो जाती हैं. क्यों खतरा है, जानिए.

रणबीर कपूर बने ‘रामायण’ के लिए खतरा!

1. एनिमल: रणबीर कपूर की पिछली फिल्म थी- एनिमल. जिसने बॉक्स ऑफिस पर 900 करोड़ से ज्यादा छापे थे. पर असली खेल वो विवाद है, जिससे बड़ी मुश्किलों से पीछा छुड़वाया गया. फिल्म के डायलॉग, सीन्स और खासकर तृप्ति डिमरी के साथ इंटीमेट सीन की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हैं. कुछ लोग X पर पोस्ट शेयर कर लिख रहे हैं कि- ”पहले वल्गैरिटी फैलाओ फिर भगवान राम का रोल करो.” यूं तो रणबीर कपूर के फैन्स क्लब इससे निपट रहे हैं, लेकिन यह मामला बिगाड़ सकता है.

2. राम चरण Vs रणबीर: रणबीर कपूर को भगवान राम के रोल में कुछ लोग एक्सेप्ट करना ही नहीं चाहते. X पर राम चरण ट्रेंड कर रहे हैं, लोग उन्हें रामायण में भगवान राम के किरदार में देखना चाहते थे. यूं तो रणबीर कपूर जितने शानदार एक्टर हैं, वो फिल्म में हर किसी को गलत साबित कर देंगे. यहां जिन लोगों ने राम चरण को बेस्ट बताया है, वो भी रणबीर के फैन्स हैं. ऐसे में अब फिल्म पर काफी जिम्मेदारी होगी कि वो सभी लोगों को गलत साबित करें, वरना दिक्कत बढ़ सकती है.

3. फिल्म का नाम: हाल ही में पता लगा कि ‘रामायण’ के टाइटल पर विवाद हो रहा है. Chitale Group के ओनर में से एक निखिल चितले ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि ‘यह रामायण है, रामायणा नहीं. यह राम है, रामा नहीं” हमें अपने शब्दों के अंग्रेजीकरण से बचना चाहिए. कुछ लोगों ने उन्हें सपोर्ट भी किया है. वो लिखते हैं- इसी तरह, यह महाभारता नहीं महाभारत है, योगा नहीं, योग है, धर्मा नहीं धर्म है. अब इस मामले को यहीं संभाला नहीं गया तो आगे नुकसान पहुंचा सकता है. देखना होगा मेकर्स इस मामले को कैसे देखते हैं.