कुछ चीज़ों पर GST को घटाकर किया गया है 0%
देश में टैक्स सिस्टम को आसान बनाने और लोगों को सीधे फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में कई जरूरी रोजमर्रा की चीज़ों और सेवाओं पर लगने वाला GST हटाने का फैसला किया गया है, जिससे आम जनता की जेब पर सकारात्मक असर पड़ेगा. इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की. बैठक में टैक्स दरों में बदलाव के साथ-साथ टैक्स स्लैब को दोबारा से सरल बनाने पर भी तेजी से काम हो रहा है.
इन चीजों पर अब नहीं लगेगा कोई GST
वित्त मंत्री ने बैठक के बाद जानकारी दी कि अब अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर (UHT) मिल्क, छेना और पनीर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. पहले इन पर 5% जीएसटी लगाया जाता था. इसके अलावा भारतीय रोटियों जैसे रोटी और चपाती को भी टैक्स से मुक्त कर दिया गया है. शिक्षा से जुड़ी सामग्रियों और स्वास्थ्य बीमा जैसी सेवाओं पर भी जीरो टैक्स का फैसला लिया गया है. अब जो वस्तुएं और सेवाएं 0% टैक्स के दायरे में हैं, उनमें ये प्रमुख रूप से शामिल हैं-
- UHT दूध (अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर मिल्क)
- छेना और पनीर
- रोटी और चपाती जैसी भारतीय रोटियां
- इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां
- नक्शे, चार्ट्स और ग्लोब
- जीवन रक्षक दवाएं
- स्टेशनरी आइटम्स: एक्सरसाइज़ बुक, नोटबुक, पेंसिल, शार्पनर और इरेज़र
ये वो चीज़ें हैं जो हर आम आदमी के जीवन से सीधे जुड़ी हुई हैं, और टैक्स हटने से इनकी कीमतों में गिरावट आ सकती है.
टैक्स स्लैब में हुआ बड़ा बदलाव
जीएसटी काउंसिल ने टैक्स सिस्टम को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में भी अहम कदम उठाया है. 12% और 28% वाले टैक्स स्लैब को खत्म कर दिया गया है. अब अधिकांश वस्तुएं केवल 5% या 18% स्लैब में ही रहेंगी. इस बदलाव से जहां मध्यम वर्ग के लिए कुछ चीजें सस्ती हो सकती हैं.
कारोबारियों को भी मिली बड़ी राहत
इस बैठक में सिर्फ आम लोगों के साथ छोटे और मझोले कारोबारियों के लिए भी राहत की बातें सामने आईं. जीएसटी के नियमों को आसान बनाने और टैक्स फाइलिंग की प्रक्रिया को सरल बनाने पर चर्चा हुई. इससे कारोबारियों के लिए पंजीकरण और रिटर्न भरना काफी आसान हो जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स स्लैब में बदलाव और जरूरी चीज़ों को जीएसटी से बाहर करना सरकार के उस बड़े प्लान का हिस्सा है, जो टैक्स सिस्टम को ज्यादा सरल, फेयर और विकास की तरफ ले जाना चाहता है.