महाराष्ट्र का धुले रेलवे स्टेशन भी बना ग्रीन स्टेशन, हर साल पैदा करेगा 68 हजार यूनिट सोलर एनर्जी

महाराष्ट्र का धुले रेलवे स्टेशन भी बना ग्रीन स्टेशन, हर साल पैदा करेगा 68 हजार यूनिट सोलर एनर्जी
धुले रेलवे स्टेशन पूर्ण रूप से ग्रीन स्टेशन बना

भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण पर भी फोकस रखता है. वह पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए इस क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है. रेलवे अपने यहां सोलर पॉवर एनर्जी के जरिए अपनी स्टीयरिंग आगे बढ़ा रहा है. महाराष्ट्र का धुले रेलवे स्टेशन राज्य में पूर्ण रूप से ग्रीन स्टेशन बनने वाला तीसरा स्टेशन हो गया है.

रेलवे ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर धुले स्टेशन पर सोलर पॉवर एनर्जी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि धुले रेलवे स्टेशन देवलाली और रावेर के बाद महाराष्ट्र का तीसरा पूर्ण रूप से ग्रीन अमृत स्टेशन बन गया है. धुले स्टेशन पर 47 kWp का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए गए हैं और इससे सालाना करीब 68,620 यूनिट सोलर एनर्जी पैदा होगा.

अमृत भारत स्टेशन योजना में भी शामिल

इससे पहले भारतीय रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत नासिक डिवीजन में धुले और अहिल्यानगर समेत 22 रेलवे स्टेशनों का अपग्रेडेशन करने का फैसला लिया है. इनके अलावा, 3 प्रमुख स्टेशनों ( भुसावल, नासिक रोड और अमरावती) को रेल मंत्रालय की ओर से आधुनिकीकरण के लिए चुना गया है.

अप्रैल में मंडल मुख्यालय भुसावल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, मध्य रेलवे की ओर से 5 जिलों में 460 करोड़ रुपये के काम कराए गए, जिनमें से कुछ भुसावल, सोलापुर और नांदेड़ डिवीजनों के स्टेशन शामिल हैं.”

धुले स्टेशन पर खर्च होंगे 10 करोड़ रुपये

अपग्रेड किए गए रेलवे स्टेशनों में वेटिंग लाउंज, फूड कोर्ट, स्वच्छ शौचालय, लिफ्ट, एस्केलेटर और डिजिटल सुविधाओं समेत कई तरह की आधुनिक सुविधाएं होंगी. यहां के हर स्टेशन को अलग-अलग डिडाइन में तैयार किया गया है.

अपग्रेड किए जा रहे अहम रेलवे स्टेशनों में मनमाड (45 करोड़ रुपये), बडनेरा (36.3 करोड़ रुपये), अहिल्यानगर (31 करोड़ रुपये), शेगांव (29 करोड़ रुपये), नंदुरबार (15 करोड़ रुपये), रोटेगांव (12 करोड़ रुपये), मुर्तिजापुर (13 करोड़ रुपये), धुले (9.5 करोड़ रुपये), और लासलगांव (10.5 करोड़ रुपये) का कायाकल्प किया जाएगा. यही नहीं नासिक रोड, भुसावल और इगतपुरी रेलवे स्टेशनों पर भी बड़े पैमाने पर पुनर्विकास के काम कराए जा रहे हैं.