मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी कंपनी सोने को गिरवी रखकर गोल्ड लोन देने का काम करती है। जब कोई व्यक्ति फाइनेंस कंपनी में गोल्ड लोन लेने के लिए जाता है तो उनका एक सुनार जेवरों की गुणवत्ता चेक करता है, उसी के आधार पर उसकी कटौती कर रेट तय कर ब्याज के रूप में रकम दी जाती है।
गायब सोने की कीमत करीब साढ़े चार करोड़ रुपये आंकी गई है। पूरे मामले तब उजागर हुआ जब एक ग्राहक अपना सोना लेने पहुंचा। जांच में पता चला कि उसका सोना नकली था, इसके बाद कंपनी ने आठ लाकरों की जांच की तो इस तरह 26 पैकेज नकली पाए गए। घटना की जानकारी मिलते ही विजिलेंस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की।
मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी कंपनी सोने को गिरवी रखकर गोल्ड लोन देने का काम करती है। जब कोई व्यक्ति फाइनेंस कंपनी में गोल्ड लोन लेने के लिए जाता है तो उनका एक सुनार जेवरों की गुणवत्ता चेक करता है, उसी के आधार पर उसकी कटौती कर रेट तय कर ब्याज के रूप में रकम दी जाती है।
सोने को पालीथिन में पैक कर सील लगाई जाती है, जिसे बाद में मैनेजर और असिस्टेंट मैनेजर मिलकर लाकर में रखते हैं। शाखा में असिस्टेंट मैनेजर विकास शर्मा और मैनेजर चंद्रभान कुशवाहा पदस्थ हैं, जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
जिनका सोना गया, वे घबराए ऑफिस पहुंचे: जिन लोगों के सोने के पैकेट बदले गए हैं, वे घबराए हुए हैं। मेहनत की कमाई से बनवाए जेवरों को गिरवी रखकर लोन लिया और फाइनेंस कंपनी के लाकर से ही सोना बदल दिया गया। पीड़ित लोगों में आक्रोश है।
कड़ी कार्रवाई पर सोना वापस कराने की मांग कर रहे हैं। वहीं कई लोग ऐसे भी पहुंचे जो अपने सोने की जांच करने गए। पुलिस के अनुसार कंपनी के अधिकारियों ने शिकायती आवेदन दिया है, जांच की जा रही है।