मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक हाई-प्रोफाइल ड्रग्स गिरोह के खिलाफ प्रशासन की कड़ी कार्रवाई देखने को मिली. एमडी ड्रग्स की तस्करी में लिप्त माने जा रहे यासीन अहमद उर्फ मछली और उसके चाचा शाहवर अहमद पर शिकंजा कसते हुए उनके अवैध ठिकानों पर बुलडोजर चलाया गया. जिसमें करीब 50 करोड़ की जमीन को खाली कराया गया. इन पर न केवल नशीले पदार्थों की तस्करी, बल्कि महिलाओं का यौन उत्पीड़न, जबरन वसूली और युवाओं को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने जैसे संगीन आरोप हैं.
दावा है कि इन आरोपियों ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर करोड़ों का साम्राज्य बना रखा था. अब प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई कर अवैध कब्जों को जमींदोज कर दिया. मध्य प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शरीफ मछली का भतीजा और शफीक मछली का बेटा यासीन अहमद दो पबों में डीजे का काम करता था. इसी की आड़ में वह और उसका चाचा शाहवर एमडी ड्रग्स की तस्करी करते थे.
युवतियों को बनाते थे शिकार
आरोप है कि यह गिरोह पार्टियों में आने वाली युवतियों को नशे का सेवन कराकर उन्हें इसका आदी बनाता था. फिर, बेहोशी की हालत में उनके साथ आपत्तिजनक हरकतें कर वीडियो बनाए जाते थे, जिनका इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग और शोषण के लिए किया जाता था. आइए जानते हैं कि कैसे हुआ इस मामले का खुलासा. दरअसल, 18 जुलाई को भोपाल पुलिस ने नशा तस्करी में शामिल सैफुद्दीन और शाहरुख को गिरफ्तार किया था.
पहले फ्री में देते थे ड्रग्स
जांच में सामने आया कि ये दोनों युवक शहर के प्रसिद्ध क्लबों, जिम और पार्टी आयोजनों में एमडी ड्रग्स की सप्लाई करते थे. पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि वे युवाओं को ‘फिटनेस सप्लीमेंट’ और ‘पार्टी ड्रग्स’ के नाम पर धीरे-धीरे नशे का आदी बनाते थे. विशेष रूप से महिलाओं को शुरुआत में फ्री में ड्रग्स देकर फंसाया जाता, फिर उनके निजी पलों के वीडियो बनाकर बाद में उनका शोषण और ब्लैकमेलिंग की जाती थी.
कार पर चिपका मिला विधानसभा का पास
पुलिस जांच के दौरान यह सामने आया कि गिरफ्तार तस्करों के पीछे असली मास्टरमाइंड कोई और है. पूछताछ के बाद अधिकारियों को जिन दो नामों का सुराग मिला, वे थे यासीन अहमद और उसका चाचा शाहवर अहमद. इन दोनों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए पुलिस ने एक योजना के तहत कार्रवाई की और इन्हें फिल्मी अंदाज में घेराबंदी कर दबोच लिया.गिरफ्तारी के वक्त पुलिस को उनके पास से एक लग्जरी गाड़ी भी मिली है, जिस पर राज्य विधानसभा का पास चिपका हुआ था.
पुलिस को मिले आपत्तिजनक वीडियो
गिरफ्तारी के दौरान यासीन के पास से 1.05 ग्राम एमडी ड्रग्स ,एक पिस्टल, महंगी SUV कार, मोबाइल में कई आपत्तिजनक वीडियो और हथियारों की तस्वीरें और शाहवर के पास से एमडी पाउडर लग्जरी वाहन बरामद किए थे. जांच में सामने आया कि यह गिरोह केवल ड्रग्स ही नहीं, बल्कि वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और युवकों की जबरन पिटाई जैसे अपराधों में भी लिप्त था. सादिक नामक आरोपी के फोन से भी ऐसे वीडियो मिले हैं, जिनमें कुछ लोगों को बंधक बनाकर धमकाया गया है.
किन संपत्तियों पर हुआ बुलडोजर एक्शन?
- शकील अहमद (पिता शरीफ अहमद) का फार्म हाउस- खसरा नं. 55
- शारिक अहमद का 40,000 वर्गफुट क्षेत्रफल में वेयरहाउस
- सुमन फार्म- शासकीय भूमि पर निर्मित
- इरशाद अहमद (पिता सरफराज मोहम्मद खान) का अवैध कारखाना
- अता-उल-रहमान द्वारा निर्मित गैरकानूनी मदरसा
- शारिक, सोहेल और शफीक अहमद की तीन मंजिला कोठी- सभी शरीफ अहमद के बेटे हैं
15 JCB मशीनों ने कार्रवाई को दिया अंजाम
ये सभी संपत्तियां भोपाल के अनंतपुरा कोकता इलाके में थीं. बुलडोजर एक्शन में 200 से अधिक पुलिसकर्मी, 15 जेसीबी मशीनें और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे. वहीं, इस मामले को लेकर पक्ष-विपक्ष भी आमने-सामने नजर आ रहे हैं. विपक्ष भाजपा नेताओं के संरक्षण का आरोप लगा रहा है, तो वहीं मंत्री दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कर रहे हैं.