मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहले ग्राम हतुनिया में मोरधन खाने के बाद 8 से 10 महिलाओं की तबीयत बिगड़ी। उन सभी को धुंधधड़का अस्पताल लाया गया। इसके थोड़ी देर बाद ग्राम भालोट में भी महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हुई। इनका उपचार भालोट, अमलावद और मंदसौर के चिकित्सालयों में चल रहा है। इसके बाद गांव में एनाउंस भी कराया गया कि मोरधन नहीं खाए।
धुंधड़का टप्पा नायब तहसीलदार राहुल डाबर ने बताया कि कुछ महिलाओं को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी। अस्पताल में डा. अभिषेक ने सभी का उपचार किया।