पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो अब आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों पर मासूम बन रहे हैं. वैसे तो आतंकवाद पर झूठ बोलना, खुद को आतंकवाद का पीड़ित बताना पाकिस्तान की नीति का हिस्सा रहा है. चाहे कोई भी सरकार हो, कोई भी पार्टी हो, किसी भी पार्टी के नेता हों उनका एक मात्र एजेंडा रहता है आतंकवाद पर झूठ फैलाओ.
बिलावल भुट्टो इसी एजेंडे के तहत मासूम बन रहे हैं. अल जजीरा को दिए एक इंटरव्यू में बिलावल भुट्टो ने कहा है कि पाकिस्तान को खूंखार आतंकी मसूद अजहर का ठिकाना पता नहीं हैं. मासूम बिलावल कह रहे हैं कि उन्हें मसूद अजहर के बारे में कुछ भी पता नहीं है. मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2019 में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था.
आतंकवाद पर पाकिस्तान की चाल और चरित्र को अब पूरी दुनिया समझ चुकी है. सोचिए एक इंटरव्यू में सरेआम बिलावल ये कह रहे हैं कि आतंकी मसूद का पता बता दो जबकि मसूद अजहर सालों से पाकिस्तान में रह रहा है. सालों से मसूद अजहर को पाकिस्तान की सत्ता का संरक्षण मिल रहा है, लेकिन बिलावल उसका पता पूछ रहे हैं.
कुछ दिन पहले पाकिस्तान को आतंकवाद पीड़ित बता रहे थे
ये वही बिलावल भुट्टो हैं जो कुछ दिन पहले अमेरिका में जाकर पाकिस्तान को आतंकवाद पीड़ित बता रहे थे. जो ये दुनिया को दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ है, लेकिन पाकिस्तान का सच किसी न किसी रूप में सामने आ जाता है. पाकिस्तान के नेता कुछ ऐसी हरकतें करते हैं कि पूरी दुनिया में देश की बेइज्जती होने लगती है.
इस बार भी कुछ ऐसा ही मामला है क्योंकि मसूद अजहर कोई साधारण आतंकी नहीं है बल्कि उसकी कहानी के हर पन्ने में पाकिस्तान का नाम है. वैसे भोले भाले बिलावल भुट्टो की थोड़ी मदद की जा सकती है.ऐसे तीन संपर्क सूत्र हैं जिसके जरिए बिलावल को आतंकी मसूद का पता मिल सकता है. जिसके जरिए बिलावल ये जान सकते हैं कि मसूद कहां और किसकी शरण में है बैठा है.
पाकिस्तान हर बड़े आतंकी हमले में एक्सपोज हो चुका है
पहला संपर्क सूत्र ISI है . पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI जिसके पास आतंक के आकाओं का रिमोट कंट्रोल होता है, जिसके इशारे पर आतंकी हमले होते हैं और जो हर बड़े आतंकी हमलों में एक्सपोज हो चुका है. जब ISI के पास आतंक वाला इतना बड़ा रिकॉर्ड है तो स्वाभाविक रूप से ISI को ये भी पता होगा कि मसूद अजहर इस वक्त कहां है. बिलावल भुट्टो को ISI से मदद मिल सकती है.
बिलावल को दूसरे मददगार साबित हो सकते हैं पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष आसिम मुनीर. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान में सेना और आतंकियों के बीच गुप्त गठबंधन वाली जानकारी सरेआम हो चुकी है और मुनीर इस गठबंधन के संयोजक भी हैं और प्रायोजक भी. इसलिए मसूद का पता उन्हें जरूर मालूम होगा.
आतंकियों को VVIP सुरक्षा दी जाती है
तीसरे नंबर पर शहबाज शरीफ है. खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री है. पाकिस्तान में बड़ी संख्या में आतंकी रहते हैं. इन आतंकी सरेआम रैलियां करते हैं. आतंकियों को VVIP सुरक्षा दी जाती है ऐसे में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हो सकता है बिलावल की मदद करें. उन्हें ये मालूम होगा कि मसूद अजहर कहां छिपा है. ये बात हुई मसूद अजहर की. इसी इंटरव्यू में बिलावल से लश्कर के आतंकी हाफिज सईद पर भी सवाल पूछे गए थे. बिलावल हाफिज पर भी एक्सपोज हो गए.
सवाल ये पूछा गया कि क्या पाकिस्तान में हाफिज सईद आजाद है? बिलावल ने कहा कि हाफिज पाकिस्तान सरकार की हिरासत में है. जबकि सच्चाई ये है कि पाकिस्तान में हाफिज सईद को VVIP ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. इस तरह उसकी सुरक्षा की जा रही है और उसे सुविधा दी जा रही है जैसे वो आतंकी नहीं बल्कि पाकिस्तान की सत्ता का बड़ा नेता है.
सच्चाई बिलावल के दावे से अलग है
बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान को नहीं पता है मसूद अजहर का ठिकाना कहां है जबकि सच ये है कि मसूद अजहर परिवार के खात्मे के बाद खुद पाकिस्तान में अज्ञात जगह पर छिपा है. बिलावल की ओर ये भी कहा गया कि पाकिस्तान मसूद को गिरफ्तार करने में असमर्थ है जबकि सच ये है कि मसूद को पाक सेना, ISI का संरक्षण मिला हुआ है.