भारत को 2 हफ्तों में 53000 करोड़ का नुकसान, क्यों उछल रहा इस्लामाबाद

भारत को 2 हफ्तों में 53000 करोड़ का नुकसान, क्यों उछल रहा इस्लामाबाद

लगातार दूसरे हफ्ते में भारत के खजाने को नुकसान पहुंचा है. भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में इन दो हफ्तों में 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा यानी करीब 53 हजार करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिली है. इसका सबसे बड़ा कारण डॉलर इंडेक्स में तेजी और रुपए में गिरावट को माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है. मौजूदा समय में डॉलर के मुकाबले में रुपया 86 के लेवल को पार कर गया है.

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील अभी तक फाइनल नहीं हो सकती है. वहीं दूसरी ओर अमेरिका लगातार ब्रिक्स देशों को टैरिफ लगाने की धमकी दे रहा है. जिसका हिस्सा भारत भी है. ऐसे में भारत के रुपए में कमजोरी का असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार में देखने को मिल रहा है. सेंट्रल बैंक लगातार रुपए को संभालने के लिए डॉलर खर्च कर रहा है.

वहीं दूसरी ओर सीमा पार इस्लामाबाद खुशी की लहर देखने को मिल रही है. इसका कारण भी है. पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में 2 करोड़ डॉलर से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. जिसके बाद कुल लिक्विड फॉरेक्स रिजर्व करीब 20 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश के फॉरेक्स रिजर्व में कितनी गिरावट देखने को मिल चुका है.

लगातार दूसरे हफ्ते फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जानकारी देते हुए कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 11 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 3.06 अरब डॉलर घटकर 696.67 अरब डॉलर रहा. इससे पिछले सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 3.05 अरब डॉलर घटकर 699.74 अरब डॉलर रहा था. इसका मतलब है कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दो हफ्तों में 6.11 बिलियन डॉलर की गिरावट देखने को मिल चुकी है. अगर इसे रुपए में कंवर्ट करें तो करीब 53 हजार करोड़ रुपए बैठ रहा है. विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2024 के अंत में 704.88 अरब डॉलर के अब तक के हाईएस्ट लेवल पर पहुंच गया था.

गोल्ड रिजर्व भी टूटा

शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 11 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख घटक, फॉरेन करेंसी असेट्स 2.48 अरब डॉलर घटकर 588.81 अरब डॉलर रही. डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित फॉरेन करेंसी असेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 49.8 करोड़ डॉलर घटकर 84.35 अरब डॉलर रहा. केन्द्रीय बैंक ने कहा कि एसडीआर 6.6 करोड़ डॉलर घटकर 18.80 अरब डॉलर रह गया. केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, आईएमएफ के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 2.4 करोड़ डॉलर घटकर 4.71 अरब डॉलर रहा.

पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में इजाफा

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई है. एसबीपी ने एक बयान में कहा कि 11 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान, बैंक का कुल विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर लगभग 14.53 अरब डॉलर हो गया. इसके अनुसार, वाणिज्यिक बैंकों के पास शुद्ध विदेशी मुद्रा भंडार 5.43 अरब डॉलर रहा. एसबीपी के अनुसार, दक्षिण एशियाई देश के पास कुल तरल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 19.96 अरब डॉलर रहा.