बांग्लादेश में उपद्रवियों के द्वारा दर्जनों मंदिरों को जला दिया गया है। कई हिंदुओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। अवामी लीग के 20 से अधिक नेताओं को जिंदा जला दिया गया। पड़ोसी देश में जारी दंगों के बीच भारत में धार्मिक नेताओं के बयान सामने आए हैं। सद्गुरु के नाम से प्रसिद्ध जग्गी वासुदेव ने भारत को वहां हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार की चिंता करने की सलाह दी है।
उन्होंने मंदिरों पर हुए हमले से जुड़ी एक खबर पोस्ट करते हुए एक्स पर लिखा, ”हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार सिर्फ बांग्लादेश का आंतरिक मामला नहीं है। अगर हम अपने पड़ोस में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द खड़े होकर कार्रवाई नहीं करते हैं तो भारत कभी भी महा-भारत नहीं बन सकता है।”
विभाजन का जिक्र करते हुए उन्होंने आगे लिखा, ”जो इस राष्ट्र का हिस्सा था दुर्भाग्य से वह पड़ोसी बन गया। लेकिन हमारी सभ्यता से जुड़े लोगों को इन भयावह अत्याचारों से बचाना हमारी जिम्मेदारी है।”
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने मंगलवार को कहा कि आरएसएस सरकार से अनुरोध करता है कि वह पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे, जहां राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य और इसके पूर्व महासचिव जोशी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने की खबरें आई हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर जोशी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश एक अलग राष्ट्र है। यहां से स्वैच्छिक संगठन क्या कर सकते हैं, इसकी अपनी सीमाएं हैं। लेकिन हम (भारत) सरकार से वहां हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी।’’
आपको बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया तथा अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई। समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद नेता काजोल देबनाथ ने यहां समूह की एक बैठक से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बर्बरता की कुछ घटनाओं को संकलित किया है, जिससे हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय चिंतित हैं।’’
देबनाथ ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दो हिंदू नेताओं की उत्तर-पश्चिमी सिराजगंज और रंगपुर में हत्या कर दी गई, जो हसीना की अवामी लीग पार्टी के नेता थे। उन्होंने कहा कि परिषद अभी और जानकारी एकत्र कर रही है। देबनाथ ने कहा कि हमलावरों ने ‘‘दुकानों, मंदिरों और घरों में लूटपाट की और हिंदू महिलाओं पर हमला किया।’’