भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य तनाव में भारतीय वायुसेना ने 4 दिन में ही मुनीर आर्मी को सरेंडर के लिए मजबूर कर दिया था. भारत की जीत के बाद पाकिस्तान से लेकर भारत में बैठे बहुत सारे लोग ये जानना चाहते थे कि भारत का कितना नुकसान हुआ. पाकिस्तान की ओर से दावे किए गए कि भारत ने भी अपने राफेल जेट खोए हैं. अब फ्रांस ने खुद इस रहस्य से पर्दा उठाया है. फ्रांस की ओर से जारी दिलचस्प रिपोर्ट में ये दावा किया गया कि राफेल गिराए जाने का प्रोपेगेंडा चीन की ओर से फैलाया गया था. शी जिनपिंग और उनके अधिकारी पूरे तन मन धन के साथ इस प्रोपेगेंडा को बढ़ाने में लगे थे.
फ्रांस से जो रिपोर्ट जारी हुई है. उसमें बताया गया है कि भारत-पाक सैन्य तनाव में राफेल को नुकसान का प्रोपेगेंडा असल में चीनी दूतावास से निकला था.चीन ने ये प्रोपेगेंडा राफेल को बदनाम करने के लिए चलाया था. इन खबरों के जरिए चीन का मकसद था राफेल की बिक्री को नुकसान हो. इससे उन देशों को प्रभावित करने की कोशिश की गई जिन्होंने राफेल खरीदे और इसके लिए करीब 1000 सोशल मीडिया अकाउंट से चाइनीज प्रोपेगेंडा चलाया गया.
चीन ने कैसे फैलाया प्रोपेगेंडा
चीन ने इसके लिए क्या तरीका अपनाया वो भी समझिए. दरअसल फ्रांस का दावा है कि पाकिस्तान और उसके सहयोगी चीन ने राफेल की इमेज खराब करने के लिए सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाईं, AI से फोटों बनाईं और वीडियो गेम के फुटेज का इस्तेमाल किया था. हालांकि फ्रांस के इस दावे के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय ने इन आरोपों को अफवाह करार देते हुए खारिज कर दिया है. चीन ने कहा कि वो मिलिट्री एक्सपोर्ट में जिम्मेदार रवैया अपनाते हैं, लेकिन चीन की चालबाजियां असल में किसी से छिपी नहीं है और ये माना जा रहा है कि पाकिस्तान के लिए चीन की ओर से इस तरह की साजिश की गई.
चीनी दूतावास से हुई शुरुआत
- रिपोर्ट के अनुसार राफेल वाले प्रोपेगेंडा का ‘कच्चा माल’ चीनी दूतावास से सप्लाई हुआ.
- राफेल वाली अफवाह की सप्लाई के लिए 1000 सोशल मीडिया अकाउंट बने.
- प्रोपेगेंडा के कच्चे माल से सोशल मीडिया पर फेक नैरेटिव तैयार किया गया.
- चीन की ‘फेक न्यूज़‘ के बाद पाकिस्तान ने भी 3 राफेल गिराने का दावा किया.
- चीन से निकला राफेल वाला ये प्रोपेगेंडा भारत में हाथों-हाथ बिक गया.
- भारत में भी सवाल ट्रेंड करने लगा कि इस तनाव में भारत का कितना नुकसान हुआ और कितने राफेल गिरे.
- अब राफेल गिराए जाने की खबर पर फ्रांस की रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है.
- चीन ने एजेंडा चलाया जिससे राफेल की बिक्री को नुकसान हो.
अपनी फजीहत रोकने की कोशिश
भारत पाक के तनाव में चीन के डिफेंस सिस्टम की जिस तरह से फजीहत हुई. उसके हथियारों की जैसी बदनामी हुई. उससे बचने के लिए चीन ने ये प्रोपेगेंडा चलाया. उधर पाकिस्तान के दावे पर भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा था कि ये जानकारी बिल्कुल गलत है.