आईसीसी ने पीसीबी को आधिकारिक रूप से भारत का रुख बता दिया। इसके बाद से पाकिस्तान में सरकार से पीसीबी तक हलचल तेज है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने आगे के निर्देशों के लिए सरकार से चर्चा शुरू कर दी है।
ताजा खबर यह है कि भारत से इनकार की आधिकारिक सूचना मिलने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (पीसीबी) ने अपनी सरकार का रुख किया है। पीसीबी ने सरकार से पूछा कि उसे आगे क्या करना है?
पाकिस्तान सरकार का रुख तय करेगा चैम्पियंस ट्रॉफी का भविष्य
- अब पाकिस्तान सरकार के रुख पर सब कुछ निर्भर है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार भी पीसीबी को बीसीसीआई की तर्ज पर जवाब देने को कह सकती है।
- मतलब, पीसीबी कह सकता है कि चाहे भारतीय टीम न खेले, लेकिन चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन तो पाकिस्तान में ही होगा। पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव भी ठुकराने जा रहा है।
- हाइब्रिड मॉडल में यह प्रस्ताव था कि एशिया कप की तर्ज पर भारत के मुकाबले पाकिस्तान के बाहर किसी अन्य देश में खेले जाएं। हालांकि इस बार पाकिस्तान इसके लिए तैयार नहीं होगा।
Champions Trophy 2025: आगे क्या संभव
संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान सरकार (Pak Govt) अपने क्रिकेट बोर्ड को भी तल्ख रुख अपनाने को कह सकती है। मतलब, पीसीबी कहेगा कि टीम इंडिया भले ही आए, आयोजन तो पाकिस्तान में ही होगा। भारत की गैरमौजूदगी का असर पूरे टूर्नामेंट पर पड़ेगा। इसके बाद गेंद आईसीसी के पाले में होगी कि वो क्या करता है।
भारत के रुख पर पाकिस्तान में नाराजगी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पिछले हफ्ते इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को बता दिया था कि टीम चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी। अब आईसीसी ने आधिकारिक ईमेल द्वारा पीसीबी तक सूचना पहुंचा दी।
इसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट में भारत के खिलाफ नाराजगी है। पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेट खुलकर भारत के खिलाफ बोल रहे हैं। जावेद मियांदाद (Javed Miyandad) ने कहा है कि अब पाकिस्तान को भी भारत के खिलाफ कोई मैच नहीं खेलना चाहिए।
पीसीबी (PCB) के अधिकारी भी कह रहे हैं कि हमने भारतीय टीम की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की। भारत के सभी मुकाबले एक ही शहर में रखे। इसके बाद भी बीसीसीआई का टीम नहीं भेजना निराशाजनक है। बीसीसीआई (BCCI) ने टीम न भेजने के पीछे कोई कारण भी नहीं बताया है।