भारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, दिल्ली में हुई अहम बैठक

भारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, दिल्ली में हुई अहम बैठक
नई दिल्ली में मंगलवार को भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर एक अहम बैठक हुई. अमेरिका के चीफ नेगोशिएटर ब्रेंडन लिंच और उनकी टीम ने वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की. भारत की तरफ से इस बैठक में उद्योग मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल और उनकी टीम शामिल रहे. यह बैठक आधिकारिक तौर पर छठे राउंड की वार्ता नहीं थी, बल्कि छठे राउंड से पहले की तैयारी और बातचीत का हिस्सा थी.

रुकी हुई बातचीत को फिर से आगे बढ़ाने की कोशिश

कुछ समय पहले तक दोनों देशों के बीच बातचीत में रुकावट आई थी, खासकर अमेरिका की तरफ से भारत के कृषि और डेयरी बाजारों में अधिक पहुंच की मांग पर. भारत ने इस मांग को ठुकरा दिया था, जिससे बातचीत रुकी हुई थी. लेकिन अब दोनों तरफ से बातचीत को फिर से पटरी पर लाने का सकारात्मक इरादा दिख रहा है. मंगलवार को हुई बैठक में दोनों पक्षों ने नवंबर तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण को पूरा करने की बात कही. साथ ही यह तय किया गया कि छठे दौर की वार्ता कब शुरू होगी और किन मुद्दों पर चर्चा होगी.

मोदी और ट्रंप के बयान से बढ़ी उम्मीदें

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि दोनों देश अपने बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपना “बहुत अच्छा दोस्त” बताया. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं. दोनों नेताओं की यह बातें इस वार्ता को और मजबूती देती हैं.

भारत और अमेरिका की डील संभव

मंगलवार को हुई बैठक में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी व्यापार समझौते के पहले चरण को लेकर बात कर रहे हैं. उन्होंने यह भी तय किया कि आने वाली वार्ता में किन पहलुओं पर ध्यान देना है. भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह बैठक छठे दौर की औपचारिक बातचीत नहीं थी, बल्कि उससे पहले की तैयारियों और रणनीति पर चर्चा थी. भारत और अमेरिका के बीच बीटीए की बातचीत फिर से गति पकड़ रही है. दोनों देशों का रुख सकारात्मक है और वे नवंबर तक पहले चरण को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. कृषि और डेयरी बाजार जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अभी बातचीत जारी है, लेकिन दोनों पक्ष उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द ही आगे की वार्ता में सहमति बन सकेगी.