बेटी और दूसरी पत्नी की मदद से नेपाल भागा इंदौर में लव जिहाद फंडिंग में फरार पार्षद कादरी

बेटी और दूसरी पत्नी की मदद से नेपाल भागा इंदौर में लव जिहाद फंडिंग में फरार पार्षद कादरी

हिंदू युवतियों से शोषण और लव जिहाद के आरोपितों को आर्थिक मदद करने का आरोपित पार्षद अनवर डकैत उर्फ अनवर कादरी पर नेपाल भागने का शक है। बाणगंगा पुलिस के मोबाइल और बैंक खातों से जानकारी जुटा रही है। मंगलवार को पुलिस ने इस केस में संगठित अपराध की धारा बढ़ा कर सिक्किम, दिल्ली और महाराष्ट्र के तीन लोगों को चिन्हित कर लिया।

हिंदू युवतियों से शोषण और लव जिहाद के आरोपितों को आर्थिक मदद करने का आरोपित पार्षद अनवर डकैत उर्फ अनवर कादरी पर नेपाल भागने का शक है। बाणगंगा पुलिस मोबाइल और बैंक खातों से जानकारी जुटा रही है। मंगलवार को पुलिस ने इस केस में संगठित अपराध की धारा बढ़ा कर सिक्किम, दिल्ली और महाराष्ट्र के तीन लोगों को चिन्हित कर लिया। भिस्ती मोहल्ला निवासी अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत की बाणगंगा और सदर बाजार पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है। सोमवार को उसकी बेटी की संरक्षण देने के आरोप में गिरफ्तारी की गई।

अनवर की कई लोगों ने फरारी में मदद की

दिल्ली में कानून की पढ़ाई कर रही आयशा फरारी में अनवर की मदद कर रही थी। एसीपी रुबिना मिजवानी के अनुसार आयशा से पूछताछ के बाद इस केस में संगठित अपराध की धारा बढ़ा दी गई है। पुलिस को पता चला कि अनवर की कई लोगों ने फरारी में मदद की है। सूत्रों के अनुसार पुलिस सिक्किम, दिल्ली और महाराष्ट्र के तीन लोगों की तलाश कर रही है। अनवर इनकी मदद से फरारी काट रहा है।

केस दर्ज होने के बाद अनवर दिल्ली आया

वह दूसरी पत्नी फरहाना को लेकर भाग रहा है। उसके नेपाल में छुपे होने की जानकारी पुलिस को मिली है। उधर, आयशा ने पूछताछ में बताया कि केस दर्ज होने के बाद अनवर दिल्ली आया था। घर पर दबिश पड़ने के बाद वह चला गया। आयशा ने इसके बाद चोरी की सिम का उपयोग करना शुरु कर दिया। उसने ही अनवर के लिए गाड़ियों और टिकट की बुकिंग की। अनवर की पहली पत्नी जुलेखा अलग भाग रही है।

अनवर के सिंडिकेट में व्हाइट कॉलर भी शामिल

पुलिस का दावा है कि अनवर के सिंडिकेट में कई रसूखदार और व्हाइट कॉलर भी शामिल है। उसके विरुद्ध करीब 20 आपराधिक मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज है। उसके सिंडिकेट को तोड़ने के लिए संगठित अपराध की धारा 111 का इजाफा कर दिया है। पुलिस अब अन्य लोगों की भूमिका स्पष्ट कर आरोपित बनाएगी। पुलिस ने उसके अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए भी पत्राचार कर दिया है। नगर निगम उसकी संपत्ति की जानकारी जुटा रही है।

ऑटो चलाते हुए गुंडा बना, अपराध के साथ नेतागिरी करने लगा

वार्ड-58 से पार्षद अनवर कादरी पर पहला मुकदमा साल 1997 में संयोगितागंज थाने में दर्ज हुआ था। उस वक्त अनवर ऑटो रिक्शा चलाता था। साधारण मारपीट के मामले में गिरफ्तार हुआ अनवर लगातार अपराध करता गया। प्राणघातक हमला, लूट और अवैध हथियारों की तस्करी के करीब 20 मुकदमें दर्ज हो गए। इस दौरान उसने राजनीति का रुख किया और निर्दलीय पार्षद बना। एक मंत्री की सहायता से वह कांग्रेस में शामिल हो गया। अनवर का भाई असलम उर्फ अज्जू कादरी, आरिफ कादरी पर भी गंभीर मामलें दर्ज है। अनवर की पहली पत्नी जुलेखा भी पार्षद रह चुकी है। उसने दूसरी शादी बचपन के दोस्त की पत्नी फरहाना से की है।

लव जिहाद के आरोपितों ने कबूला नाम, पीएफआई से जुड़ने का शक

अनवर के विरुद्ध देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का अपराध भी पंजीबद्ध हो चुका है। कुछ समय पूर्व ही वह जमानत पर छुटा है। लव जिहाद के आरोपित साहिल शेख और अल्ताफ द्वारा नाम उगलने पर उसको आरोपित बनाया गया। इसी दौरान पुलिस को पीएफआई और सिमी से जुड़े होने की शिकायत भी पहुंची।