मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले स्थित प्रसिद्ध बागेश्वर धाम में श्रद्धालुओं के साथ एक बार फिर दर्दनाक हादसा हो गया. मंगलवार तड़के गढ़ा गांव की एक धर्मशाला में सो रहे श्रद्धालुओं पर धर्माशाला की दीवार गिर गई. इस हादसे में मलबे के नीचे दबने से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की रहने वाली 40 साल की अनीता देवी की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं इस हादसे में 12 लोग घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है.
जानकारी के अनुसार अनीता देवी सोमवार रात को बागेश्वर धाम पहुंची थीं और रात 10 बजे धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से गुरु दीक्षा ली थी. इसके बाद वह अपनी बेटी अंशिका और अन्य परिजनों के साथ धर्मशाला में रुकी थीं. सुबह करीब 4 बजे जब सभी लोग सो रहे थे, तभी अचानक एक दीवार भरभराकर गिर गई, जिससे पूरा परिवार मलबे में दब गया. मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला, लेकिन अनीता देवी की जान नहीं बचाई जा सकी.
धर्मशाला में ठहरा था परिवार
मृतका की भतीजी ने बताया कि धर्मशाला में ₹100 में बिस्तर देकर लोगों को ठहराया गया था. रात को सबकुछ सामान्य था, लेकिन सुबह नींद टूटने से पहले ही हादसा हो गया. अनीता की बेटी अंशिका का रो-रोकर बुरा हाल है. वह बार-बार यही कह रही है कि उसे यकीन नहीं हो रहा कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं.
अस्पताल में करवाया भर्ती
धटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया है. गौरतलब है कि बागेश्वर धाम में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा बड़ा हादसा है. इससे कुछ दिन पहले एक पंडाल गिरने की घटना हुई थी, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत और 10 लोग घायल हुए थे. लगातार हो रही घटनाओं ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.