एसआईपी में निवेश
भारतीय निवेशक आज एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं. जहां पहले निवेश को लेकर झिझक और भ्रम था, वहीं अब एक नई आदत SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ने जगह बना ली है. ET की एक रिपोर्ट में आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज ने बताया कि SIP अब सिर्फ इक्विटी में पैसा लगाने का जरिया नहीं रहा, बल्कि यह भारतीयों के लिए अनुशाशन के साथ बचत का नया मंत्र बन चुका है.
SIP अब सिर्फ निवेश नहीं, आदत बन गया है
भारत में लंबे समय तक लोग बचत तो करते थे, लेकिन निवेश की आदत नहीं थी, पर अब SIP ने इस सोच को बदल दिया है. अब रिटेल निवेशक यानी आम लोग, नियमित रूप से एक तय रकम म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं, वो भी बिना बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता किए. ET की एक रिपोर्ट के अनुसार, अजीज कहते हैं,’किसी ऑटो या टैक्सी ड्राइवर से पूछें कि उसने अपने SIP की वैल्यू देखी है या नहीं, तो जवाब होगा नहीं. इसका मतलब यह है कि SIP अब उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है.
जब HNI से आगे निकल गए आम निवेशक
ये दिलचस्प है कि SIP करने वाले आम निवेशक कई बार करोड़पति HNI (High Net-worth Individual) से बेहतर प्रदर्शन कर जाते हैं. 2020-21 के आंकड़े बताते हैं कि जब बाजार से लोग डर कर पैसा निकाल रहे थे, तब SIP के जरिए 88,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ. वहीं, बाकी इक्विटी म्यूचुअल फंड्स से 1.25 लाख करोड़ रुपए की निकासी हो गई और PMS सेवाओं में 2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. इसने साफ दिखा दिया कि अनुशासन और नियमितता ही असली गेम चेंजर है.
बचत का पैसा अब बाजार में
कोरोना महामारी के बाद भारत में एक और बड़ी बात देखने को मिली लोगों ने फिजिकल संपत्तियों की जगह अब फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2025 तक भारतीय परिवारों की कुल बचत 950 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है, जिसमें से 70 लाख करोड़ रुपए पहले से ही इक्विटी और म्यूचुअल फंड्स में लगा हुआ है.
52 लाख करोड़ का निवेश आने वाला है
ET की रिपोर्ट के अनुसार फिरोज अजीज का अनुमान है कि अगले 8 सालों में भारतीय बाजारों में कम से कम 52 लाख करोड़ रुपए का घरेलू निवेश आएगा. पिछले 8 वर्षों में जहां ये आंकड़ा सिर्फ 3 लाख करोड़ रुपए था, वहीं कोविड के बाद के सिर्फ 4 सालों में ये 15 लाख करोड़ रुपए हो चुका है. इससे साफ है कि घरेलू निवेशक अब बाजार की असली ताकत बन चुके हैं.