पुलिस के अनुसार, उसने इन दस्तावेजों के सहारे देश के भीतर और बाहर यहां तक कि बांग्लादेश की यात्रा भी की थी. पुलिस ने सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात उसे हिरासत में लिया. अभी वह तलैया थाने में है, जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों की टीम भी मामले की जांच में सक्रिय है और उसके संपर्कों, कॉल रिकॉर्ड्स और मोबाइल चैट्स की पड़ताल की जा रही है.
साल 2000 में आया था भारत
सूत्रों के अनुसार, अब्दुल कलाम साल 2000 के आसपास, महज 17 साल की उम्र में बांग्लादेश से भारत आया था. तब से वह लगातार अलग-अलग स्थानों पर निवास करता रहा, पहले महाराष्ट्र में और फिर मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में बस गया. वर्तमान में वह मंगलवारा क्षेत्र में रह रहा था. आरोपी ने भारत में रहते हुए खुद को किन्नर बताते हुए आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज फर्जी तरीके से बनवा लिए थे.
निगरानी में रखा गया आरोपी
इसी पहचान के दम पर वह न केवल भारत में बेरोकटोक रह रहा था, बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी शामिल था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी को विशेष निगरानी में रखा गया है. थाने में महिला सुरक्षाकर्मी चौबीसों घंटे नजर रखे हुए हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि वह भारत में रहने के दौरान किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त रहा है या नहीं, इस दिशा में भी जांच जारी है. जांच में सामने आया है कि अब्दुल कलाम को फर्जी दस्तावेज तैयार कराने में कुछ लोगों ने मदद की थी.
पांच साल पहले हुआ था विवाद
पुलिस अब उन व्यक्तियों की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने उसे पहचान पत्र और अन्य कागजात तैयार करवाने में सहयोग किया. जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.अब्दुल कलाम उर्फ ‘नेहा किन्नर’ से जुड़ा एक पुराना आपराधिक मामला भी सामने आया है. जानकारी के अनुसार, करीब पांच साल पहले किन्नर काजल बंबइया से उसका विवाद हुआ था. जिसके बाद एमपी नगर थाने में एक केस दर्ज किया गया था.
उक्त मामले में न्यायालय में दो बार सुनवाई हो चुकी है. अगली पेशी की तारीख 21 जुलाई तय की गई है. जब तक यह मामला न्यायिक प्रक्रिया से गुजर रहा है, तब तक आरोपी को देश से बाहर नहीं भेजा जाएगा.