नेपाल में Gen-Z आंदोलन के नेता बालेन शाह और सुदन गुरुंग पर शिकंजा कसने की तैयारी, ये है आरोप

नेपाल में Gen-Z आंदोलन के नेता बालेन शाह और सुदन गुरुंग पर शिकंजा कसने की तैयारी, ये है आरोप


काठमांडू के मेयर बालेन शाह और Gen-Z युवाओं का नेतृत्व करने वाले 36 साल के युवा सुदन गुरुंग के खिलाफ एक और केस दर्ज हुआ है. दोनों पर सिंह दरबार जलाने का आरोप है. गुरुंग हामी नेपाल नाम के संगठन के मुखिया है, जिसने 8-9 सितंबर को नेपाल में आंदोलन के दौरान भीड़ को एकजुट किया था. शिकायत में दोनों पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है.

काठमांडू पुलिस ने बताया कि मेयर शाह और गुरुंग के खिलाफ ये शिकायत युवराज पौडेल ने दर्ज कराई है. युवराज पौडेल को युवराज सफल के नाम से भी जाना जाता है. युवराज सफल नेपाल के एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक हैं. पुलिस 8 और 9 सितंबर की घटनाओं की जांच के लिए बनी कमेटी को ये शिकायत भेजने की तैयारी कर रही है.

एक दिन पहले भी शिकायत हुई थी

मंगलवार को सीपीएन-यूएमएल के करीबी अखिल नेपाल राष्ट्रीय स्वतंत्र छात्र संघ (ANNFSU) ने भी मेयर शाह और गुरुंग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस इस शिकायत को भी जांच कमेटी को भेजने वाली है. ANNFSU ने कहा है कि वह अंतरिम सरकार से संपर्क करेंगे और जांच के लिए वीडियोज और फोटोज मुहैया कराएंगे. दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने 9 सितंबर को नेपाल की संसद सिंह दरबार, सुप्रीम कोर्ट और अन्य जगहों पर आगजनी की थी.

नेपाल के पूर्व PM पर भी FIR

एक दिन पहले ही नेपाल के पूर्व PM केपी शर्मा ओली पर FIR दर्ज हुई है. जेन-Z युवाओं ने हिंसा के दौरान हुई मौतों के लिए ओली और पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक को जिम्मेदार ठहराया है. नेपाल हिंसा में 76 लोगों की मौत हुई थी. आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ और सोशल मीडिया पर लगे बैन को हटाने की मांग को लेकर शुरू हुआ था. पहले दिन युवाओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था, लेकिन पुलिस ने बिना चेतावनी के गोलियां चला दीं.

वहीं दूसरे दिन प्रदर्शन और अधिक उग्र हो गया. इसमें कई सरकारी दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया गया. हिंसा और युवाओं के बढ़ते गुस्से के चलते ओली को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. अब Gen-Z आंदोलन के कार्यकर्ताओं की मांग है कि राज्य की ओर से की गई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिले और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए.