निमिषा प्रिया ने जिस इंजेक्शन से ली थी तलाल महदी की जान, जानिए उसके बारे में सब कुछ

निमिषा प्रिया ने जिस इंजेक्शन से ली थी तलाल महदी की जान, जानिए उसके बारे में सब कुछ
तलाल अब्दो और निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टल गई है, यमन जेल अथॉरिटी ने निमिषा और तलाल के परिवार के बीच ब्लड मनी पर फाइनल समझौता न होने की वजह से ऐसा किया है. निमिषा ने तलाल महदी को एक इंजेक्शन लगाया था, जिससे उसकी जान चली गई थी. इस इंजेक्शन में केटामाइन नाम की दवा थी. भारतीय नर्स निमिषा बार बार ये कहती है कि वह तलाल को मारना नहीं चाहती थी, उसका मकसद सिर्फ बेहोश करना था.

जुलाई 2017 में तलाल की मौत हुई थी, द न्यूज मिनट की एक पुरानी रिपोर्ट में निमिषा और उसके परिवार के आधार पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी, कई साल पहले प्रकाशित इस रिपोर्ट में ही केटामाइन का नाम सामने आया था.यह एक शक्तिशाली डिसोसिएटिव एनस्थेटिक दवा है, जिसका प्रयोग मेडिकल के क्षेत्र में होता है, कई बार अवैध नशे के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है.

पहले जानते हैं उस रात की कहानी

निमिषा के हाथों तलाल की मौत कैसे हुई, इसकी कहानी पूरी फिल्मी है, निमिषा से बातचीत के आधार प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि जुलाई 2017 में उसने तलाल को बेहोशी का इंजेक्शन दिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि वो अपना पासपोर्ट वापस पाना चाहती थी, जिसे तलाल ने कब्जे में ले लिया था और ब्लैकमेल कर निमिषा से पैसे ऐंठता था. निमिषा के मुताबिक यमन में उसने जो क्लीनिक खोला था उसके पास एक जेल थी, उसके वार्डन ने ही उसे ये सलाह दी थी कि उसे बेहोश करो, हम उसे किसी और जगह ले जाएंगे और पासपोर्ट दिलवाने में मदद करेंगे.

निमिषा ने इसकी तैयारी की, वह कहती है कि जब मौका मिला तो बेहोशी का इंजेक्शन लगाया, मगर उस पर कोई असर नहीं हुआ, क्योंकि वह पहले से ड्रग्स लेता था. इसके बाद निमिषा से उसे केटामाइन का इंजेक्शन दिया, ये उसने तब किया जब वह निमिषा घर बैठा ही ड्रग्स ले रहा था. कुछ मिनट बाद ही वह जमीन पर गिरा और चीखने लगा. अचानक उसकी धड़कन रुक गई. निमिषा ने दोस्त हनान को फोन किया जो एक नर्स थी. उसने तलाल के बारे में सब पता था. शव को ठिकाना लगाने के लिए उसने टुकड़े किए और पानी की टंकी में फेंक दिया. हनान को इस मामले में आजीवन कारास की सजा हुई और निमिषा को फांसी की सजा सुनाई गई.

क्या है केटामाइन?

केटामाइन एक तेज असर करने वाली एनस्थेटिक दवा है, यह एक दर्द निवारक एजेंट के तौर पर भी काम आती है.WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह NMDA रिसेप्टर को ब्लॉक करके काम करता है, इससे दिमाग और शरीर के बीच कनेक्टिविटी कुछ देर के लिए टूट जाती है. मेडिकल के क्षेत्र में कई बार इसे सर्जरी के दौरान प्रयोग किया जाता है या फिर सर्जरी के बाद गंभीर दर्द होने की दशा में इसे मरीजों को दिया जाता है.

नशे के लिए भी किया जाता प्रयोग

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक केटामाइनका प्रयोग एनेस्थीसिया के अलावा डिप्रेशन और पीटीएसडी के इलाज में भी किया जाता है. इसके अलावा यह नशे के लिए भी प्रयोग होता है. यह डेट रेप ड्रग के तौर पर भी फेमस है, रेव पार्टियों में भी इसका प्रयोग किया जाता है, जिसे स्पेशल के के नाम से जाना जाता है. केटामाइन का सबसे ज्यादा प्रयोग मेडिकल के क्षेत्र में किया जाता है, जहां इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है, इसके अलावा इसे नाक के जरिए स्प्रे फॉर्म में लिया जाता है.

कितना जहरीला है

केटामाइन का बेहद कम मात्रा में प्रयोग किया जाता है, इसको 0.51 mg तक चिकित्सीय प्रयोग में लाया जाता है, इसकी 10 से 15 एमजी तक डोज से बेहोशी, हैलुसिनेशन, भ्रम, अनकंट्रोल ब्लड प्रेशर, सांस लेने में परेशानी और मौत तक संभव है. अगर इसे किसी अन्य नशे के साथ लिया जाए तो इसकी बेहद छोटी मात्रा भी बहुत ज्यादा घातक हो जाती है.