नासा में इस्तीफों की सुनामी: ट्रंप प्रशासन की नीतियों से नाराज़ 3,870 कर्मचारियों ने दिया इस्तीफे का संकेत

नासा में इस्तीफों की सुनामी: ट्रंप प्रशासन की नीतियों से नाराज़ 3,870 कर्मचारियों ने दिया इस्तीफे का संकेत

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। नासा के करीब 3,870 कर्मचारी जल्द ही एजेंसी को छोड़ने वाले हैं। ये सभी स्वैच्छिक त्यागपत्र कार्यक्रम (Voluntary Resignation Program) के तहत नौकरी छोड़ेंगे। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा सरकारी एजेंसियों में बजट कटौती और संघीय कार्यबल को घटाने की नीति के तहत उठाया गया है।

नासा में छंटनी से बचने के लिए अधिकारियों ने एक वैकल्पिक रास्ता चुना है — कर्मचारियों को निकालने के बजाय स्वैच्छिक रूप से इस्तीफा देने का विकल्प दिया गया है। एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल जिन 3,870 कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं, उनकी आवेदन समीक्षा के बाद यह संख्या घट या बढ़ सकती है।

2025 तक दो चरणों में इस्तीफे

नासा ने कर्मचारियों को 2025 के भीतर दो अलग-अलग अवसरों में स्वैच्छिक रूप से नौकरी छोड़ने का विकल्प दिया है। इसके अलावा लगभग 500 कर्मचारी नियमित सेवानिवृत्ति या व्यक्तिगत कारणों से एजेंसी छोड़ रहे हैं। इन इस्तीफों के बाद नासा का कुल कार्यबल घटकर लगभग 14,000 रह जाएगा।

इस्तीफों का दूसरा बड़ा दौर

नासा में यह इस्तीफों की दूसरी बड़ी लहर है। पहला दौर ट्रंप प्रशासन के शुरुआती वर्षों में एलन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग की पहल पर शुरू हुआ था।

इस बार जून में शुरू हुए इस्तीफे के इस नए चरण के तहत 25 जुलाई तक कर्मचारियों को आवेदन करने का मौका दिया गया था। अब तक करीब 3,000 कर्मचारियों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जो कुल कार्यबल का करीब 16.4% है।

मिशन पर प्रभाव की आशंका

नासा ने अपने आधिकारिक बयान में कहा: “सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम एक अधिक दक्ष संगठन बनने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे चंद्रमा और मंगल मिशनों की क्षमताएं पूरी तरह बनी रहें।”

हालांकि कई अंतरिक्ष विशेषज्ञों और पूर्व वैज्ञानिकों का मानना है कि कर्मचारियों की इतनी बड़ी संख्या में कमी से नासा के तकनीकी कौशल, अनुसंधान गति और भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।