दो एजेंसियों के विवाद में अनाथ हुईं भेल टाउनशिप की सड़कें, जगह-जगह गड्ढों से राहगीर परेशान, जिम्मेदार बेपरवाह


भेल प्रबंधन का कहना है कि टाउनशिप से संपत्तिकर लिया जाता है, सड़कों पर सिटी सिटी बसें चलती हैं, भारी वाहन गुजरते हैं। इसलिए सड़कें खराब हुई हैं। इसलिए कुछ चुनिंदा सड़कों का निर्माण अब भेल प्रबंधन नहीं करवाएगा।

भेल प्रबंधन के आला अधिकारियों की इस जिद की वजह से शहर के रोजाना करीब एक लाख से अधिक नागरिक लंबे समय से परेशान हैं। प्रबंधन के अड़ियल रवैये की वजह से न जाने कितने वाहन चालक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं, लेकिन अधिकारियों को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

उधर, इस मामले में नगर निगम के आला अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम उन्हीं सड़कों को संधारण करता है, जो उसके स्वामित्व की हैं। दोनों एजेंसियों के आला अधिकारियों की बात सुनकर कहना गलत नहीं होगा कि इनके आपसी विवाद का खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

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तीन करोड़ बजट, लेकिन सड़कें जर्जर

भेल नगर प्रशासन को टाउनशिप की सड़कों के संधारण के लिए हर साल लगभग तीन करोड़ बजट मिलता है। इसके बावजूद टाउनशिप के सभी मुख्य मार्ग जर्जर हैं। आलम यह है कि कुछ सड़कों पर पांच इंच से भी अधिक गहरे गड्ढे हैं। जिनसे वाहन चालक अक्सर बचते-बचाते निकलते हुए देखे जा सकते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि जर्जर सड़कों के गड्ढे जानलेवा हैं। कई लोग गड्ढों में गिरकर बुरी तरह घायल हुए हैं। पांच साल से अधिक समय हो गया है, मुख्य मार्ग उधड़े हुए हैं। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है।

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इन मुख्य मार्गों से भेल ने मुंह मोड़ा

– अन्ना नगर से लेकर अवधपुरी।

– आईटीआई से लेकर अन्ना नगर।

– पिपलानी से लेकर गांधी चौक।

– सिक्योरिटी लाइन से सुभाष नगर श्मघाट घाट रोड।

– विजय मार्केट से बरखेड़ा पठानी मार्ग।

– रोज गार्डन से साकेत नगर पहुंच मार्ग।

सड़क का उपयोग सभी करते हैं, लेकिन सड़कों के संधारण की जिम्मेदारी जिस एजेंसी की है, उसको सड़क की मरम्मत का ध्यान रखना चाहिए।

– मनीष गौतम, रहवासी, भेल टाउनशिप

टाउनशिप की सड़कें बेहतर होनी चाहिए। नागरिकों की सुविधाओं में इजाफा होना चाहिए। भेल कारखाने के कर्मचारी भी जर्जर सड़कों से होकर गुजरते हैं। इसलिए सड़कें अच्छी होना ही चाहिए।

– दीपक गुप्ता, श्रमिक कांग्रेस नेता

निगम संपत्तिकर वसूलता है, कचरा एकत्र करता है। टाउनशिप की सड़कों से आम बसें गुजरती हैं। हमने संबंधित एजेंसियों को कुछ चुनिंदा सड़कों के निर्माण के लिए लिखा है। वह ही उन सड़कों का रखरखाव करेंगी।

– विनोदानंद झा, प्रवक्ता, भेल

नगर निगम शहर की उन्हीं सड़कों का संधारण करता है, जो इसके स्वामित्व की हैं। हमारे पास टाउनशिप की सड़कों के हैंडओवर के कोई ऑर्डर नहीं है।

– सुबोध जैन, अधीक्षण यंत्री, भोपाल नगर निगम

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