दुनिया की इस दिग्गज कंपनी ने दिखाई पाकिस्तान को औकात, 25 साल बाद उठाया ये बड़ा कदम

दुनिया की इस दिग्गज कंपनी ने दिखाई पाकिस्तान को औकात, 25 साल बाद उठाया ये बड़ा कदम

पाकिस्तान की साख लगातार कम हो रही है. पाकिस्तान के माहौल को देखते हुए विदेशी कंपनियों ने भी पाकिस्तान से हाथ खींचने शुरू कर दिए हैं. हाल ही में विदेशी दिग्गज कंपनी ने 25 बरस के बाद एक ऐसा कदम उठा लिया है, जिसकी उम्मीद पाकिस्तान को बिल्कुल भी नहीं थी. इस कदम के बाद पाकिस्तान की फजीहत पूरी दुनिया में हो रही है. वास्तव में दिग्गज कंपनी ने पाकिस्तान के अपने ऑफिस को पूरी तरह से बंद कर दिया है. जोकि पाकिस्तान की इकोनॉमी के लिए काफी बुरे संकेत हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पाकिस्तान से किस दिग्गज कंपनी ने अपने हाथों को पूरी तरह से खींच लिया है.

माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान से एग्जिट

दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कार्यबल में कटौती की अपनी वैश्विक रणनीति के तहत पाकिस्तान में अपने सीमित ऑपरेशन को बंद करने का ऐलान कर दिया.शुक्रवार को विभिन्न पक्षों ने इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत बताया. माइक्रोसॉफ्ट ने 25 साल बाद पाकिस्तान में अपना कार्यालय बंद करते हुए वैश्विक पुनर्गठन और क्लाउड-बेस्ड, साझेदार-नेतृत्व वाले मॉडल में बदलाव का हवाला दिया. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब इस माइक्रोसॉफ्ट ने 2023 के बाद से अपने सबसे बड़े छंटनी दौर में दुनिया भर में लगभग 9,100 नौकरियों (कार्यबल का लगभग चार प्रतिशत) में कटौती की है.

क्यों एग्जिट हुआ माइक्रोसॉफ्ट

माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान के पूर्व फाउंडर जवाद रहमान ने सरकार और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री से एक साहसिक केपीआई (मुख्य प्रदर्शन संकेतक) संचालित योजना के साथ तकनीकी दिग्गजों के साथ जुड़ने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कंपनी का देश से बाहर निकलना मौजूदा कारोबारी माहौल को दर्शाता है. रहमान ने पेशेवरों के सोशल मीडिया मंच लिंक्डइन पर लिखा कि यहां तक ​​कि माइक्रोसॉफ्ट जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों को भी बने रहना असंतुलित लगता है.

इकोनॉमी के लिए चिंता विषय

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में माइक्रोसॉफ्ट के परिचालन बंद करने पर चिंता जताई. उन्होंने लिखा कि यह हमारे आर्थिक भविष्य के लिए एक चिंताजनक संकेत है. अल्वी ने दावा किया कि माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार विस्तार के लिए पाकिस्तान पर विचार किया था, लेकिन उस अस्थिरता के कारण कंपनी ने 2022 के अंत तक वियतनाम को चुना. उन्होंने लिखा कि अवसर खो दिया गया.

जवाद ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान में पूर्ण वाणिज्यिक आधार संचालित नहीं करती है, बल्कि उद्यम, शिक्षा और सरकारी ग्राहकों पर केंद्रित संपर्क कार्यालयों पर निर्भर करती है. हाल के वर्षों में, उस काम का अधिकांश हिस्सा पहले से ही स्थानीय भागीदारों को सौंप दिया गया है, जबकि लाइसेंस और अनुबंधों का प्रबंधन आयरलैंड में अपने यूरोपीय केंद्र से किया जाता है.