टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा केमिकल्स ने निजी नियोजन के आधार पर निवेशकों को गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी करके 1700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब कंपनी के प्रॉफिट में बड़ी गिरावट देखी गई। हालांकि, बीते शुक्रवार को टाटा केमिकल्स के शेयर में खरीदारी देखी गई और यह 1041.70 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले की क्लोजिंग के मुकाबले 1.06% बढ़कर बंद हुआ।
शुक्रवार को लिया फैसला
टाटा केमिकल्स ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि निदेशक मंडल द्वारा गठित आंतरिक समिति ने शुक्रवार को हुई बैठक में एनसीडी जारी करने की शर्तों को अंतिम रूप दे दिया। कंपनी ने पात्र निवेशकों को निजी नियोजन के आधार पर एक लाख रुपये अंकित मूल्य के 1,70,000 एनसीडी जारी करने का प्रस्ताव किया है, जो कुल मिलाकर 1,700 करोड़ रुपये बैठता है। एनसीडी को एनएसई के ऋण खंड में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है। बता दें कि कंपनी का 20 अगस्त, 2024 को इसका आवंटन करने का प्रस्ताव है, जबकि मैच्योरिटी की तारीख आवंटन की तारीख से तीन वर्ष बाद है।
सुस्त रहे तिमाही नतीजे
जून तिमाही में टाटा केमिकल्स का प्रॉफिट 72 प्रतिशत घटकर 150 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 532 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। कंपनी के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में उसकी कुल आय भी घटकर 3,836 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4,267 करोड़ रुपये थी। अवधि के दौरान कंपनी का कुल व्यय 3,527 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,621 करोड़ रुपये हो गया।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
टाटा केमिकल्स के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो 37.98 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है। वहीं, पब्लिक शेयरहोल्डिंग 62.02 फीसदी है। प्रमोटर में टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के पास 8,12,60,095 शेयर हैं। यह कंपनी की 31.90 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है।