‘चाचा हमारे मंत्री हैं, क्या बिगाड़ लोगे…’ मिनिस्टर के भतीजे ने पेट्रोल पंप सुपरवाइजर को पीटा

‘चाचा हमारे मंत्री हैं, क्या बिगाड़ लोगे…’ मिनिस्टर के भतीजे ने पेट्रोल पंप सुपरवाइजर को पीटा
पीड़ित विनोद दुबे और मंत्री टंकराम वर्मा

छत्तीसगढ़ स्थित बलौदाबाजार जिले से मारपीट का एक मामला सामने आया है. मामला बलौदाबाजार जिले के भाटापारा के ढाबाडीह गांव का है. यहां एक पेट्रोल पंप के सुपरवाइजर को जमकर मारा पीटा गया. सुपरवाइजर के साथ मारपीट का आरोप छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री मंत्री टंकराम वर्मा के भतीजे और उसके दोस्तों पर लगा है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की है.

आ टंकराम वर्मा के आरोपी भतीजे का नाम कृष्णा उर्फ राजा वर्मा है. आरोपी कृष्णा वर्मा टंकराम वर्मा के बड़े भाई का बेटा है. उसकी उम्र 43 वर्ष है. वो पालरी थाने के चंपा गांव का रहने वाला है. इस मामले दूसरे आरोपी का नाम आशीष बघेल है. उसकी उम्र भी 43 साल है. वो सुहेला थाने के सेम्हराडीह गांव का रहने वाला है.मामले में तीसरे आरोपी का नाम भीम साहू है. वो 26 साल का है.

पूरा मामला 9 अगस्त की रात का

भीम साहू भी सुहेला थाने के सेम्हराडीह गांव का रहने वाला है. पीड़ित का नाम विनोद दुबे है. पीड़ित विनोद दुबे ठेलकी गांव का रहने वाला है. मारपीट का ये पूरा मामला 9 अगस्त की रात का बताया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि पीड़ित विनोद दुबे ने अपने साथ हुई मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है. इस मामले तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. पीड़ित नंदलाल फ्यूल पेट्रोल पंप ढाबाडीह में सुपरवाइजर का काम करता है.

वहीं पीड़ित विनोद दुबे ने बताया कि 9 अगस्त को रात करीबन 11 बजे वो ड्यूटी पर था. उसी समय आरोपी कृष्णा वर्मा और आशीष बघेल पेट्रोल पंप पर आए. इसके बाद वो उसको पेट्रोल पंप से काम के बहाने सामने ढाबे के पास खड़े ट्रक के पास ले गए. वहां आठ-10 लोग थे. मंत्री के भतीजे ने उससे गाली-गलौज कर दी.

मंत्री टंक राम वर्मा ने क्या कहा?

पीड़ित से आरोपियों द्वारा कहा गया कि यहां पेट्रोल भरवाने आने पर तुम अपने आपको होशियार समझते हो. इसके बाद चाचा हमारे मंत्री हैं की धौंस दिखाते हुए उससे मारपीट की गई. पीड़ित को लात घूसों और बेल्ट से मारा गया. सपरवाइजर को जान से मारने की धमकी भी दी गई. वहीं इस मामले पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा, ‘चाहे जो भी हो मैं गलत चीजों का समर्थन नहीं करता.’

मीडिया से बातचीत में मंत्री टंकराम वर्मा ने ये तो नहीं स्वीकारा कि आरोपी उनका भतीजा है या नहीं, लेकिन उन्होंने ये स्पष्ट कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और चाहे जो भी हो नियमों के मुताबिक उसको कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए.