प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय घाना दौरे पर हैं. पीएम ने गुरुवार को घाना की संसद को संबोधित किया. इस दौरान भारत-घाना संबंधों पर बात की. पीएम ने दोनों देशों की दोस्ती को घाना के प्रसिद्ध अनानास से मीठी बताया. घाना में पीएम के संबोधन सुनने के लिए कई सदस्य भारतीय पोशाक में पहुंचे. इसका उद्देश्य भारत और घाना की एकजुटता प्रदर्शित करना था.
Some Members of Parliament donned traditional Indian attire in a show of solidarity as Indias Prime Minister, Shri Narendra Modi, visited Ghanas Parliament to observe proceedings.#CitiNewsroom pic.twitter.com/O4QisnBHYa
— CITI FM 97.3 (@Citi973) July 3, 2025
ग्लोबल साउथ को आवाज दिए बिना विकास संभव नहीं
इससे पहले घाना की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ को आवाज दिए बिना विकास संभव नहीं है. ग्लोबल उठापटक के इस दौर में भारत का लोकतंत्र आशा की किरण बना हुआ है. भारत की विकास यात्रा ग्लोबल ग्रोथ को गति देने वाली है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, महामारी और साइबर सुरक्षा जैसे जटिल संकटों का भी सामना कर रही है. बदलती परिस्थितियों में दुनिया की शासन व्यवस्था में प्रभावी सुधारों की जरूरत है.
अफ्रीका के लक्ष्य भारत की प्राथमिकताएं हैं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने जी-20 की अध्यक्षता में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर के दृष्टिकोण के साथ काम किया. भारत अफ्रीका की विकास यात्रा में बड़ा भागीदार बना हुआ है. अफ्रीका के लक्ष्य भारत की प्राथमिकताएं हैं. हमारा दृष्टिकोण समान रूप से विकास करना है. घाना ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र, गरिमा और लचीलेपन की भावना से भरी हुई है.
पिछले दशक में हमने बहुत बड़ा बदलाव देखा
उन्होंने कहा, भारत ने कोरोना-काल में घाना समेत 150 से ज्यादा देशों को वैक्सीन और दवाएं उपलब्ध कराईं. पिछले दशक में हमने बहुत बड़ा बदलाव देखा है. भारत के लोगों ने शांति, सुरक्षा और विकास में अपना विश्वास दिखाया है. भारत को फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड के तौर पर जाना जाता है. आज भारत की बेटियां विज्ञान, अंतरिक्ष, विमानन और खेल में अग्रणी हैं.