कुर्सी पर बैठकर खेती… मंत्री जी ने बीच खेत में लगाया आसन, फिर लगाने लगीं धान की बेरन

कुर्सी पर बैठकर खेती… मंत्री जी ने बीच खेत में लगाया आसन, फिर लगाने लगीं धान की बेरन
धान की बेरन लगातीं मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े.

किसान खेतों में जाते हैं… जैसे कि जुताई करने, बीज बोने और फसल काटने इत्यादि. यह काम किसान हर दिन करते हैं, लेकिन इसी काम को करने की वजह से एक मंत्री को ट्रोल होना पड़ गया. ये मंत्री हैं लक्ष्मी राजवाड़े, जो छ्त्तीसगढ़ विष्णु देव साय सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग संभाल रही हैं. दरअसल, लक्ष्मी राजवाड़े कुर्सी पर बैठकर खेत में धान की बेरन लगा रही थीं. उनके साथ कुछ किसान महिलाएं भी थीं, लेकिन वो कुर्सी पर नहीं बैठी थीं. मंत्री का फोटो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग ट्रोल करने लगे.

खेत में कुर्सी पर बैठकर धान की बेरन लगाते फोटो पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सोशल मीडिया में ट्रोल होने के साथ-साथ कांग्रेस के नेता आड़े हाथ ले रहे हैं. इस पर अब मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेसी हमें न सिखाएं खेती कैसे करनी है. मुझे पता है कि कैसे खेती-किसानी की जाती है. मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि मैं शादी के बाद करीब 13 साल खेती की हूं. मुझे पता हैं कि खेती-किसानी कैसे की जाती है. शायद कांग्रेसी उस फोटो में ये नहीं देख पा रहे हैं कि मैं कर क्या रही हूं.

Bjp Mla Laxmi Rajwade (1)

विपक्ष का काम बेवजह मुद्दा बनाना- लक्ष्मी राजवाड़े

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि कांग्रेसियों को नहीं पता खेती-किसानी कैसे करना है. लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि विपक्ष का काम बेवजह मुद्दा बनाना है. मैं एक किसान की बेटी हूं और किसान के घर से आती हूं. हमारे सरगुजा क्षेत्र में महिलाओं का अपने सहूलियत के लिए कुर्सी और अन्य चीजों का उपयोग करना सामान्य बात है. इसमें नए संस्कृति के आविष्कार की बात नहीं है.

भटगांव विधानसभा से विधायक हैं लक्ष्मी राजवाड़े

बता दें कि लक्ष्मी राजवाड़े भटगांव विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. लक्ष्मी राजवाड़े विष्णु देव साय सरकार सबसे कम उम्र की मंत्री हैं. वह सूरजपुर जिले के भटगांव की रहने वाली हैं. उन्होंने ठाकुर प्रसाद राजवाड़े से शादी की और उनके दो बच्चे हैं. पहली बार उन्होंने 2023 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भटगांव विधानसभा क्षेत्र से अपनी किस्तम आजमाई और जीत हासिल की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पारस नाथ राजवाड़े को 43,962 मतों के अंतर से हराया था. इस चुनाव में लक्ष्मी राजवाड़े को 105,162 मिले थे.