ऑपरेशन सिंदूर के बाद राफेल को बदनाम कर रहा चीन, दुनिया में फैला रहा झूठ… फ्रांस की खुफिया रिपोर्ट में दावा

ऑपरेशन सिंदूर के बाद राफेल को बदनाम कर रहा चीन, दुनिया में फैला रहा झूठ… फ्रांस की खुफिया रिपोर्ट में दावा

चीन राफेल लड़ाकू विमान को बदनाम करने के लिए कई देशों में झूठ फैला रहा है. फ्रांसीसी खुफिया रिपोर्ट में इसको लेकर दावा किया है. इसमें कहा गया है कि राफेल की बिक्री प्रभावित करने के लिए चीन ने दूतावासों का इस्तेमाल किया था और इसके बारे में दुष्प्रचार फैलाया था ताकि राफेल लड़ाकू विमान की प्रतिष्ठा और बिक्री को नुकसान पहुंचाया जा सके.

फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय और खुफिया अधिकारियों ने दावा किया है कि चीन ने अपने दूतावासों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए राफेल की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने की कोशिश की. इसमें नकली वीडियो, मैनिपुलेटेड तस्वीरें, और AI-जनरेटेड कंटेंट शामिल थे.

फ्रांसीसी खुफिया रिपोर्ट में दावा

फ्रांसीसी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने राफेल की बिक्री को प्रभावित करने के लिए यह अभियान चलाया. इसका उद्देश्य उन देशों को राजी करना था, जिन्होंने पहले से ही राफेल विमान का ऑर्डर दे दिया है. यह अभियान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हवाई संघर्ष के बाद शुरू हुआ, जिसमें पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने अपने चीनी निर्मित J-10C फाइटर जेट्स और PL-15 मिसाइलों का इस्तेमाल करके भारतीय वायु सेना के पांच विमानों को मार गिराया, जिनमें तीन राफेल भी शामिल थे.

राफेल विमान न खरीदने की सलाह!

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन संभावित खरीदारों को राफेल विमान न खरीदने और चीन निर्मित विमान को चुनने के लिए प्रोत्साहित किया है. फ्रांसीसी अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान और उसके सहयोगी चीन द्वारा राफेल के खिलाफ एक संगठित अभियान और ऑनलाइन गलत जानकारी फैलाई जा रही है. यह सुनियोजित दुष्प्रचार का हिस्सा है.

चीन ने फ्रांसीसी रिपोर्ट को बताया गलत

फ्रांसीसी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी दूतावास के रक्षा अधिकारियों ने अन्य देशों के सुरक्षा और रक्षा अधिकारियों के साथ बैठकों में भी यही बात दोहराई और तर्क दिया कि भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों का प्रदर्शन खराब है. चीनी अधिकारियों ने अपने हथियारों के प्रदर्शन को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया. वहीं, फांसीसी रिपोर्ट के दावे को चीन ने निराधार बताया. चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा ये दावे केवल बदनाम करने के लिए हैं.